Hindi, asked by tumtere9597, 1 year ago

सेतु विद्यालय मॉडल कि सके लिए अपनाया गया

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Answered by TheRose
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इटखोरी : इटखोरी के सेतु विद्यालय में विद्यालय संचालन समिति के द्वारा प्रस्तुत किए गए खर्च में कटौती की जाएगी। संचालन समिति को छात्र-छात्राओं की उपस्थिति के अनुरूप ही पैसा दी जाएगी। यह जानकारी जिला शिक्षा अधीक्षक देवीदयाल मंडल ने दी। उन्होंने बताया कि दस दिन पूर्व वे स्वयं सेतु विद्यालय का निरीक्षण करने गए थे। उस वक्त विद्यालय में महज चार छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। चार दिनों के बाद प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी रवींद्र नाथ दत्ता ने इस विद्यालय का रात में औचक निरीक्षण किया। उक्त वक्त भी चार ही बच्चे विद्यालय में थे। जबकि इस विद्यालय में चालीस बच्चे नामांकित हैं। जिला शिक्षा अधीक्षक का मानना है कि छात्र-छात्राओं का नामांकन दिखाकर विद्यालय संचालन समिति सरकारी राशि का गबन करती रही है। ऐसी स्थिति में निर्देश दिया गया है कि प्रतिदिन छात्र-छात्राओं की उपिस्थति का ब्योरा विद्यालय संचालन समिति प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को उपलब्ध कराए। इसी के आधार पर खर्च की जाने वाली राशि की स्वीकृति दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि सेतु विद्यालय में ड्राप आउट छात्र-छात्राओं का नामांकन कर उन्हें शिक्षित करना है। विद्यालय का संचालन एक वर्ष में नौ माह तक किया जाना है। इसके लिए सरकार के द्वारा प्रति छात्र-छात्रा के भोजन के लिए पच्चीस रुपया तथा ड्रेस आदि की राशि दी जाती है।
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