Accountancy, asked by mahendrakathiriya594, 1 month ago

स्थायी एवं घटती किस्त पद्धति में अंतर लिखिए।​

Answers

Answered by bobadebalkrushana
1

Answer:

muje nahi pata

Explanation:

khud hi dhund le

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majak kar raha huu

Answered by itzPapaKaHelicopter
3

स्थायी किस्त पद्धति:

  • इसमें ह्रास की राशि प्रतिवर्ष समान रहती है।

  • इसमें ह्रास की दर प्रायः कम या नीची होती है।

  • यह पद्धति ह्रास गणना करने की दृष्टि से सरल है।

  • इसमें प्रथम वर्ष के बाद भी ह्रास की दर मूल लागत पर निश्चित रहती है।

क्रमागत शेष पद्धति:

  • इसमें ह्रास की राशि प्रतिवर्ष घटती रहती है।

  • इसमें ह्रास की दर प्रायः ऊँची होती है।

  • यह पद्धति ह्रास की गणना करने की दृष्टि से अपेक्षाकृत कठिन है।

  • इसमें प्रथम वर्ष के बाद ह्रास की दर मूल लागत के स्थान पर घटते हुए शेष पर निश्चित रहती है।

 \\  \\  \\  \\  \\ \sf \colorbox{gold} {\red(ANSWER ᵇʸ ⁿᵃʷᵃᵇ⁰⁰⁰⁸}

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