सभी धर्मों के मध्य नैतिकता किस प्रकार एक सेतु का काम करती है स्पष्ट कीजिए
Answers
Answered by
1
Answer:
By remainder theorem, find the remainder when p(x) is divided by g(x)
(i) p(x) = x3 – 2x2 – 4x – 1, g(x) = x + 1
(ii) p(x) = x3 – 3x2 + 4x + 50, g(x) = x – 3
Explanation:
By remainder theorem, find the remainder when p(x) is divided by g(x)
(i) p(x) = x3 – 2x2 – 4x – 1, g(x) = x + 1
(ii) p(x) = x3 – 3x2 + 4x + 50, g(x) = x – 3
Answered by
3
Answer:
एक तरफ लगभग सभी धर्म अपने अनुयायियों के लिये एक आचरण संहिता बनाते हैं, जिसका उद्देश्य व्यक्तियों को नैतिक पथ पर चलने के लिये प्रेरित करना होता है। परोपकार, दया, करुणा, अहिंसा, ईमानदारी इत्यादि मूल्यों को धर्म व्यक्ति के जीवन में प्रवेश कराने का प्रयास करता है। इस प्रकार धर्म और नैतिकता को परस्पर पूरक माना जाता है।
Explanation:
Mark as a brilliant
Similar questions