सभी विद्यार्थियों को सूचित किया जाता है कि कक्षा में निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर सभी विद्यार्थियों को २ मिनट का प्रस्तुति (संभाषण )करण करना है -
१.नदियों का महत्व
२.परिवार में दादी माँ
३. मित्र
४.लालच बुरी बला है ।
(छात्रों को उपर्युक्त विषय पर २ मिनट तक कक्षा में(जब व्याख्यान(lecture)हो) बोलना है
write any two topic
Answers
Answer:
Ahhh.... can you translate it in English plz I don't know Hindi never mind
Answer:
हिन्दी निबंध : मेरा प्रिय मित्र
अनुराग मेरा सबसे प्रिय मित्र है। उसका घर मेरे पास ही है। मैं प्रतिदिन उसके घर जाता हूं और उसके साथ खेलता और पढ़ता हूं। उसके पिताजी पेशे से इंजीनियर हैं। अंकल और मेरे परिवार के बीच बहुत घनिष्ठ संबंध हैं। मेरे और अनुराग के परिजन सभी एक-दूसरे को जानते हैं।
हमारी मित्रता लगभग 8 वर्ष पुरानी है। हमारे विचार लगभग समान हैं। हमारी मित्रता में स्वार्थ की भावना दूर-दूर तक नहीं है। हम दोनों एक ही कक्षा में पढ़ते हैं।
अनुराग बहुत नम्र लड़का है। उसका उत्साह और आत्मविश्वास गजब का है। उसकी वाणी से शालीनता और नम्रता साफ झलकती है। उसे मैंने किसी के साथ भी अभद्र स्वर में बातें करते नहीं देखा। खेल में हारकर भी वह उदास और दुखी नहीं होता है। दूसरी तरफ मैं थोड़ी सी हार भी बर्दाश्त नहीं कर सकता था। जरा-जरा सी बात में मुझे गुस्सा आ जाता था। उसे देखकर ही मेरी इस आदत में सुधार हुआ है।
वह समय का बहुत पाबंद है। उसी ने मुझे समय का महत्व समझाया है। सच्चे मित्र की परीक्षा विपत्ति में होती है। अनुराग हमेशा मेरे घर-परिवार में होने वाले किसी भी कार्यक्रम में मेरा हाथ बंटाने के लिए तैयार रहता है। कहते हैं सच्चा मित्र ईश्वर का अमूल्य उपहार है। मुझे अपने इस दोस्त और हमारी दोस्ती पर गर्व है।
2 लालच बुरी बला हे -- एक गांव में एक गरीब किसान रहता था। वह बहुत दु:खी रहता था। क्योंकि सभी गांव वाले की फसलें अच्छी होती थी पर उस गरीब किसान की फसलें अच्छी नही होती थी।
किसान बहुत गरीब होने के कारण अपने खेतों में फसलों के लिए अच्छी बीज या किटनाशक दवायें नही खरीद सकता था।
एक दिन किसान अपने खेतों में बैठ कर अपने फसलों के बारे में सोचता रहता है। ऐसे ही सोचते सोचते वह वही खेत में ही सो जाता है और घर नही जाता है।
अगले दिन जब उसकी आंखे खुलती है तब वह अपने सामने एक सांप को बैठा हुआ देखता है। और कहता है लगता है यह सांप इस खेत का देवता है और मैंने उसकी पूजा नही की इसलिए मेरे खेत में अच्छी फसलें नही होती हैं।
किसान बोलता है कल इसे मैं दूध पिलाउंगा और इसका आशिर्वाद ग्रहण करुंगा। शायद ऐसा करने से मेरी फसल अच्छी हो जायें। इतना कहने के बाद किसान अपने घर वापस चला जाता है।
दूसरे दिन किसान सांप के लिए एक कटोरी दूध ले कर आता है और सांप के बिल के पास रख कर कहता हैं “हे सांप देवता” इस दूध को ग्रहण करें और मुझे आशिर्वाद दें। इतना कह कर किसान घर वापस चला जाता है।
अगले दिन सुबह जब किसान अपने खेतो में वापस आता है तो देखता है सांप के बिल के पास स्वर्ण मुद्राएं पड़ी हुई है। और सोचता है लगता है मैंने सांप देवता को दूध पिलाया है इसलिए मुझे यह स्वर्ण मुद्राएं मिली है। अब मैं रोज सांप देवता को दूध पिलाऊंगा।
अब गरीब किसान रोज एक कटोरी दूध सांप को पिलाने के लिए ले जाता है और रोज एक स्वर्ण मुद्राएं ले कर आता है। ऐसे ही कई दिनों तक चलता रहता है।
एक दिन खेतो में सांप को दूध पिलाते समय किसान का बेटा उसे देख लेता हैं। और उससे पूछता है यह आप क्या कर रहे हैं पीता जी और इसे दूध क्यों पिला रहें है।
किसान बोलता है इस सांप देवता को मैं रोज दूध पिलाता हूँ और उसके बदले मुझे रोज एक स्वर्ण मुद्राएं मिलती है।
किसान का बेटा बोलता है तो कल से अब मैं भी इसे रोज दूध पिलाउंगा। अगले दिन सुबह किसान का बेटा खेत में दूध लेकर आता है। और सांप के बिल के पास रख कर स्वर्ण मुद्राएँ लें कर चला जाता है।
दुसरे दिन भी ऐसे ही होता है। ऐसे ही कुछ दिनों तक चलता है रहता है। फिर एक दिन किसान का लड़का खेत में आता है और सोचता है इस सांप के पास बहुत सारे स्वर्ण मुद्राएं है।
रोज एक-एक स्वर्ण मुद्राएं कब तक देता रहेगा। क्यों न एक ही बार में इससे सारी स्वर्ण मुद्राएँ ले ली जायें। फिर जैसे ही सांप बाहर आता है लड़का डंडे से सांप पर वार करने लगता है।
सांप गुस्से में आकर किसान के बेटे को काट लेता है। और वह वही खेत में ही मर जाता है। किसान अपने बेटे को उसी खेत में ही दफना देता है।
नैतिक शिक्षा
तो बच्चों हमें इस कहानी से यह सिख मिलती है की लालच करना बुरी बला है। जितना हमारे पास रहे उतने में ही संतोष करना चाहिए। इसलिए आप सभी कभी भी लालच ना करें।
Explanation:
I hope it will help you