Hindi, asked by deepaksharma08245, 9 months ago

सच है सत्ता-सिमट-सिमट, जिनके हाथों में आयी।
शांतिभक्त वे साधु-पुरुष क्यों चाहें कभी लड़ाई?
शांति खोलकर खडग क्रांति का जब वर्जन करती है,
तभी जान लो, किसी समर का वह सर्जन करती है
शांति नहीं तब तक जब तक सुख-भाग न नर का सम हो
नहीं किसी को बहुत अधिक हो, नहीं किसी को कम हो
क्षमा शोभती उस भुजंग को जिसके पास गरल हो।
उसको क्या, जो दन्तहीन, विषरहित, विनीत सरल हो।​

Answers

Answered by mariajohanmariajohan
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Answer:

जीवन बदल रहा है, आप सब।

इसलिए, यदि आप (मेरी तरह) तर्क-वितर्क के बाद बहुत चिंतित हो सकते हैं, तो यहां मेरे सर्वोत्तम सुझाव दिए गए हैं:

-जब तक आपका साथी फिर से जुड़ने के लिए तैयार न हो, तब तक सकारात्मक आउटलेट्स से खुद को विचलित करें। संगीत सुनें, एक अच्छी किताब पढ़ें, उस प्रोजेक्ट पर ध्यान केंद्रित करें जो आपको पसंद हो।

-24 घंटे के भीतर अपने पार्टनर से दोबारा जुड़ें और अपनी भावनाओं को साझा करें।

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