सचिन तेन्दुलकर पर निबन्ध | Write an essay on Sachin Tendulkar in Hindi
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“सचिन तेंदुलकर”
सचिन तेंदुलकर क्रिकेट की दुनिया में प्रसिद्ध चोटी के पुरुषों में से एक हैं। सचिन तेंदुलकर के प्रशंसक भारत में ही नहीं अपितु पूरे विश्व में है। सचिन तेंदुलकर ने बल्लेबाजी के द्वारा पूरे विश्व में भारत का मान बढ़ाया है। सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट की दुनिया में मास्टर ब्लास्टर, लिटिल मास्टर और भगवान इत्यादि नामों से जाना जाता है।
सचिन तेंदुलकर का पूरा नाम सचिन रमेश तेंदुलकर है। क्रिकेट के इस भगवान का जन्म 24 अप्रैल 1973 को मुंबई में हुआ था। उनके पिताजी का नाम श्री रमेश तेंदुलकर और माता का नाम श्रीमती रजनी है।
सचिन अपने स्कूल के समय से ही क्रिकेट में काफी रुचि रखते थे तथा वे मशहूर बनते गए। 1988 में सचिन ने घरेलू क्रिकेट में अपना पहला मैच खेला और उनका बहुत ही शानदार मैच था जिसमें वह 100 रन बनाने के साथ नॉट आउट थे। सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर का पहला अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच 1999 में कराची में अकेला तब उनकी उम्र में 17 साल की थी इसके बाद सचिन तेंदुलकर अपने करियर में आगे बढ़ती ही गए।
सचिन भारतीय टीम के लिए एक ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने टीम का परचम पूरे विश्व में लहरा दिया एक के बाद एक ऐसे मैच जीते गए और अपनी प्रसिद्धि में इजाफा करते गए। अपनी बेहतरीन खेल के लिए उन्हें एक के बाद एक सम्मान से सम्मानित किया गया।
सचिन तेंदुलकर को 1994 में अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया। 1997 में राजीव गांधी खेल रतन तथा 1999 में पदम श्री तथा 2008 में पद्म विभूषण सम्मान से सम्मानित किया गया। 2012 में इस महापुरुष को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया। 16 नवंबर 2016 को सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट खेलने से संन्यास ले लिया। सचिन तेंदुलकर को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा गया है।
सचिन तेंदुलकर एक बहुत ही सभ्य, मृदुभाषी तथा परोपकारी व्यक्ति हैं। सचिन अनाथालय संस्थाओं के जरिए हर साल 200 से अधिक गरीब बच्चों की शिक्षा दीक्षा का खर्चा उठाते हैं। भगवान उनकी उम्र को लंबा करें।