Sadak pe awara pashuon ke vishal mein samvad 50 shabdon mein. Please answer fast it's urgent the right and fast answer with be mark as brainliest
Answers
क्षेत्र में जगह-जगह आवारा पशुओं की समस्या के कारण राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यह समस्या डाबड़ी, मंगलापुरी, नसीरपुर, ख्याला व पंखा रोड सहित कई क्षेत्रों में दिखाई देती है, लेकिन सबसे अधिक यह समस्या डाबड़ी व पंखा रोड पर दिखाई देती है। कई बार इन पशुओं के कारण सड़क पर जाम लग जाता है।
प्रशासन द्वारा दो वर्ष पूर्व आवारा पशुओं को पकडऩे के लिए योजना तो बनाई गई थी और आवारा पशुओं पर एक हद काबू भी पा लिया गया था। लेकिन बीते साल भर से एकाएक इनकी संख्या में फिर से बढ़ोतरी होने लगी है। शहर में घूम रहे आवारा पशुओं में मुख्यत: गाय, बछड़े व सांडो की संख्या अधिक है। इसकी पहली मुख्य वजह तो यह है कि जब तक गाय दूध देती है, लोग उसे घर में खूंटे से बांध कर रखते है और जैसे ही वो दूध देना बंद करती है तो लोग अपनी गायों का रस्सा झाड़ देते है। इसके चलते ये गाय अपना पेट भरने के लिए शहर के विभिन्न हिस्सों में चक्कर काटती रहती है। दूसरा ट्रैक्टर के चलते अब खेतों में बैलों का कोई काम नहीं रहा। इससे अधिकांश पशुपालक गायों के बछड़ों को साल-छह महीने के बाद यूं ही छोड़ देते हैं।