समय का सदुपयोग निबंध इन हिंदी
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कल करै सो आज कर, आज करै सो अब, पल में परलै होयेगी बहुरि करेगा कब।” आज का कार्य कल पर नहीं छोड़ना चाहिए। समय पर कार्य करने वाला व्यक्ति केवल अपना ही भला नहीं करता बल्कि अपने परिवार, ग्राम तथा राष्ट्र की उन्नति में भी सहायक होता है। समय का सदुपयोग करके निर्धन-धनवान, निर्बल-सबल और मूर्ख-विद्वान बन सकता है।
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समय का न तो कोई आदि है और न ही कोई अंत है, यह सदैव अपने ढंग से चलता रहता है और जो इसके साथ चलना सीख जातें हैं वही जीवन में सफल होते हैं। जब समय का इतना महत्व हैं तो जीवन में इसका सदुपयोग करने में ही समझदारी हैं. समय में बहुत शक्ति छिपी होती हैं यह पल में राजा को रंक और रंक को राजा बना सकती हैं.
समय का न तो कोई आदि है और न ही कोई अंत है, यह सदैव अपने ढंग से चलता रहता है और जो इसके साथ चलना सीख जातें हैं वही जीवन में सफल होते हैं। जब समय का इतना महत्व हैं तो जीवन में इसका सदुपयोग करने में ही समझदारी हैं. समय में बहुत शक्ति छिपी होती हैं यह पल में राजा को रंक और रंक को राजा बना सकती हैं.समय का सदुपयोग करने के लिये, प्रत्येक कार्य को करने का समय निश्चित करना चाहिये। अगर हम सब काम समय पर कर लें तो पायेंगे कि हमारा जीवन कितना सुखद, शान्त और व्यवस्थित है। हमें कभी पछताना नहीं पड़ेगा। जो व्यक्ति समय का महत्व नहीं समझते, बेकार गप्पें मारते हैं, इधर उधर घूमते हैं, योजनाबद्ध तरीके से काम नहीं करते, वह जीवन की दौड़ में पिछड़ जाते हैं। उनका कोई काम समय पर पूरा नहीं होता। समय सूखी रेत की तरह हाथ से फिसल जाता है और वह हाथ मलते रह जाते हैं। समय निकल जाने के बाद हम कुछ नहीं कर सकते। तुलसीदास ने कहा है, ‘का वर्षा जब कृषि सुखानी’ अर्थात खेती सूखने के बाद वर्षा का कोई महत्व नहीं होता। इसी प्रकार समय निकलने के बाद हम कुछ नहीं कर सकते इसलिए हमें अपना हर काम समय पर समाप्त कर लेना चाहिए।
समय का न तो कोई आदि है और न ही कोई अंत है, यह सदैव अपने ढंग से चलता रहता है और जो इसके साथ चलना सीख जातें हैं वही जीवन में सफल होते हैं। जब समय का इतना महत्व हैं तो जीवन में इसका सदुपयोग करने में ही समझदारी हैं. समय में बहुत शक्ति छिपी होती हैं यह पल में राजा को रंक और रंक को राजा बना सकती हैं.समय का सदुपयोग करने के लिये, प्रत्येक कार्य को करने का समय निश्चित करना चाहिये। अगर हम सब काम समय पर कर लें तो पायेंगे कि हमारा जीवन कितना सुखद, शान्त और व्यवस्थित है। हमें कभी पछताना नहीं पड़ेगा। जो व्यक्ति समय का महत्व नहीं समझते, बेकार गप्पें मारते हैं, इधर उधर घूमते हैं, योजनाबद्ध तरीके से काम नहीं करते, वह जीवन की दौड़ में पिछड़ जाते हैं। उनका कोई काम समय पर पूरा नहीं होता। समय सूखी रेत की तरह हाथ से फिसल जाता है और वह हाथ मलते रह जाते हैं। समय निकल जाने के बाद हम कुछ नहीं कर सकते। तुलसीदास ने कहा है, ‘का वर्षा जब कृषि सुखानी’ अर्थात खेती सूखने के बाद वर्षा का कोई महत्व नहीं होता। इसी प्रकार समय निकलने के बाद हम कुछ नहीं कर सकते इसलिए हमें अपना हर काम समय पर समाप्त कर लेना चाहिए।विद्यार्थियों के जीवन में समय का महत्व और भी अधिक है। जो विद्यार्थी सत्रारम्भ से ही नियमित पढ़ाई करने लगते हैं, व्यर्थ समय नहीं गंवाते। परीक्षा के समय उन्हें कोई घबराहट नहीं होती। पर्चा देखकर वह बगलें नहीं झांकते। वह अच्छे अंकों में उत्तीर्ण होते हैं और जीवन के हर क्षेत्र में सफलता उनके कदम चूमती है।
समय का न तो कोई आदि है और न ही कोई अंत है, यह सदैव अपने ढंग से चलता रहता है और जो इसके साथ चलना सीख जातें हैं वही जीवन में सफल होते हैं। जब समय का इतना महत्व हैं तो जीवन में इसका सदुपयोग करने में ही समझदारी हैं. समय में बहुत शक्ति छिपी होती हैं यह पल में राजा को रंक और रंक को राजा बना सकती हैं.समय का सदुपयोग करने के लिये, प्रत्येक कार्य को करने का समय निश्चित करना चाहिये। अगर हम सब काम समय पर कर लें तो पायेंगे कि हमारा जीवन कितना सुखद, शान्त और व्यवस्थित है। हमें कभी पछताना नहीं पड़ेगा। जो व्यक्ति समय का महत्व नहीं समझते, बेकार गप्पें मारते हैं, इधर उधर घूमते हैं, योजनाबद्ध तरीके से काम नहीं करते, वह जीवन की दौड़ में पिछड़ जाते हैं। उनका कोई काम समय पर पूरा नहीं होता। समय सूखी रेत की तरह हाथ से फिसल जाता है और वह हाथ मलते रह जाते हैं। समय निकल जाने के बाद हम कुछ नहीं कर सकते। तुलसीदास ने कहा है, ‘का वर्षा जब कृषि सुखानी’ अर्थात खेती सूखने के बाद वर्षा का कोई महत्व नहीं होता। इसी प्रकार समय निकलने के बाद हम कुछ नहीं कर सकते इसलिए हमें अपना हर काम समय पर समाप्त कर लेना चाहिए।विद्यार्थियों के जीवन में समय का महत्व और भी अधिक है। जो विद्यार्थी सत्रारम्भ से ही नियमित पढ़ाई करने लगते हैं, व्यर्थ समय नहीं गंवाते। परीक्षा के समय उन्हें कोई घबराहट नहीं होती। पर्चा देखकर वह बगलें नहीं झांकते। वह अच्छे अंकों में उत्तीर्ण होते हैं और जीवन के हर क्षेत्र में सफलता उनके कदम चूमती है।संसार के जितने भी महान व्यक्तियों से हम परिचित हैं उनकी जीवनचर्या बताती है कि वह समय का मूल्य समझते थे। उन्होंने जीवन के प्रत्येक पल का उपयोग किया और समय ने उनको पूरा सम्मान दिया।