samvad lekhan between father and son about importance of studying
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एक पिता थे उनका नाम रमेश था उनका एक पुत्र था जिसका नाम प्रमोद था प्रमोद तुम्हारी 10वीं की परीक्षाएं आने वाली है तुम घर पर कितने घंटे पढ़ाई कर रहे हो प्रमोद ने कहा पिता जी मैं घर पर 3000 घंटे पढ़ लेता हूं तभी पिता जी ने उसे अच्छे से डांट लगाई और कहा सिर्फ 4 घंटे की पढ़ाई के लिए अरे नहीं तुम्हें तो 8:00 10 घंटे पढ़ना चाहिए क्योंकि तुम जितना ही ज्यादा पढ़ोगे उतने ही ज्यादा सफल होते जाओगे यदि तुम्हारे नंबर अच्छे आए तो मैं तुम्हें अच्छी जगह एडमिशन करवा लूंगा और दसवीं के बाद तुम अच्छा सा विषय लेकर अपना भविष्य उसने चुन लेना क्योंकि यदि जीवन का कोई लक्ष्य ना हो तो जीवन का कोई अर्थ नहीं होता है इसलिए तुम अपने जीवन का एक उद्देश्य लो और उसे हासिल करके दिखाओ प्रमोद करता है धन्यवाद पापा आपने मुझे बहुत ही अच्छी तरह से समझाया और मैं समझ गया क्या कहते हुए प्रमोद अपने कमरे में चला जाता है और पढ़ाई करने लगता है तथा उसके पापा भी अपने काम पर चले जाते हैं
आशा करता हूं मेरे द्वारा लिखा गया है संवाद आपको पसंद आया होगा और आपके लिए मददगार साबित होगा
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