सन्त कवि कबीरदास जी ने साखी पाठ में अपने महत आदर्श विचारों को व्यक्त किया है। इस विषय पर उदाहरण देते हुए अपने विचार लिखें।
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दार्शनिक कबीर का आदर्श मनुष्य धर्मिक, सामाजिक भेदभाव से मुक्त प्राणी था जो पत्थर नहीं पूजता था, ईश्वर के नाम पर मुर्गे जैसी बांग नहीं देता था। छोटे-बडे सभी उसके लिए बराबर थ्ज्ञे । जो कर्मवान था, ज्ञान का पुजारी था, अपने अंदर ईश्वर को खोजता था।
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