‘सणिण-सणिण हणथ िोदड़’ पणठ मेंकहण गयण हैदक ‘कटणओ’ पर दकसी दकुणि कण ि होिण वरदणि है, ऐसण क्यों?
भणरत केअन्य प्रणकृदतक स्थणिों को वरदणि बिणिेमेंयवुणिणगररक कीक्यण भदूमकण हो सकतीहै?
Answers
Answered by
5
Answer:
hope it helps you
please mark as brainliest answer
Attachments:
Similar questions