sanyuktbvyanjan ke 10 shabd
Answers
Answered by
1
→क् + ष = क्ष,
क्षत्रिय, क्षमा, क्षुद्र,अक्षमता, क्षेत्रफल,क्षेत्र, कुशलक्षेम
→त् + र = त्र,
त्रस्त, त्राण, त्रुटि त्रिशूल, शत्रुता, , पत्रिका, पात्र
→ज् + ञ = ज्ञ, ज्ञानी, यज्ञ, अज्ञान, अज्ञात, , ज्ञानपीठ, ज्ञापन,
→श् + र = श्रश्रीमान, श्रीमती, परिश्रम, श्रमिक, श्रमदान, श्रवणकुमार
उस तरह संयुक्त शब्द भी इनसे ही बनेंगे।
क्ष से- क्षेत्र, क्षत्रिय,क्षमा, क्षण, क्षणभंगुता, क्षणिक क्षयकारी, क्षयग्रस्त, क्षयरोग।
त्र से- त्रिशूल, त्राल, त्रासक, त्रयंबकम,त्राहि-त्राहि, त्रयोदशी,त्रिपाठी,त्रिवेदी, त्रिकुटी,त्रस्त, त्रय।
ज्ञ से- ज्ञानी, ज्ञान, ज्ञानेश्वर,ज्ञानेश्वरी,
श्र से- श्रम, श्रमिक,श्री,श्रावणी,श्रोत,श्रेणी,श्राद्ध, श्रावणी, श्रेष्ठ
क्षत्रिय, क्षमा, क्षुद्र,अक्षमता, क्षेत्रफल,क्षेत्र, कुशलक्षेम
→त् + र = त्र,
त्रस्त, त्राण, त्रुटि त्रिशूल, शत्रुता, , पत्रिका, पात्र
→ज् + ञ = ज्ञ, ज्ञानी, यज्ञ, अज्ञान, अज्ञात, , ज्ञानपीठ, ज्ञापन,
→श् + र = श्रश्रीमान, श्रीमती, परिश्रम, श्रमिक, श्रमदान, श्रवणकुमार
उस तरह संयुक्त शब्द भी इनसे ही बनेंगे।
क्ष से- क्षेत्र, क्षत्रिय,क्षमा, क्षण, क्षणभंगुता, क्षणिक क्षयकारी, क्षयग्रस्त, क्षयरोग।
त्र से- त्रिशूल, त्राल, त्रासक, त्रयंबकम,त्राहि-त्राहि, त्रयोदशी,त्रिपाठी,त्रिवेदी, त्रिकुटी,त्रस्त, त्रय।
ज्ञ से- ज्ञानी, ज्ञान, ज्ञानेश्वर,ज्ञानेश्वरी,
श्र से- श्रम, श्रमिक,श्री,श्रावणी,श्रोत,श्रेणी,श्राद्ध, श्रावणी, श्रेष्ठ
Similar questions