सपनों के से दिन कहानी के आधार पर पी. टी. साहब की दो विशेषताएँ बताते हुए लिखिए कि स्काउट परेड करते समय लेखक स्वंय को महत्तवपूर्ण आदमी एक फौजी जवान क्यों समझता था?
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Explanation:
पीटी साहब बहुत ही कड़क थे और बात-बात पर चमड़ी उधेर देने की धमकी देते थे। बच्चे उनसे बहुत डरते थे। लेखक के अनुसार कोई ऐसा आदमी जो साल भर आपकी आलोचना करता है तो उसकी एक शाबाशी भी बहुत अच्छी लगती है। इसलिए पीटी साहब की ‘शाबाश’ लेखक को फौज के तमगों सी लगती थी।
Answer:
उत्तर: परेड के समय जब लेखक राइट टर्न, लेफ्ट टर्न और अबाउट टर्न लेते हुए एड़ियों को मरोड़कर ठक ठक की आवाज निकालता था तो उन बूटों और उनकी ठक-ठक से उसे लगता था कि वह एक महत्वपूर्ण ‘आदमी’ फौजी जवान हो गया है। शायद लेखक को उस समय एक फौजी होने का अहसास होता था जो की शक्तिशाली होता है और जिससे सब डरते हैं।
विद्यार्थियों को अनुशासन में रखने के लिए पाठ में अपनाई गई युक्तियों और वर्तमान में स्वीकृत मान्यताओं के संबंध में अपने विचार प्रकट कीजिए।
उत्तर: विद्यार्थियों को अनुशासन में रखने के लिए पाठ में अपनाई गई युक्तियाँ बड़ी ही क्रूर लगती हैं। आज हर विशेषज्ञ का मानना है कि शारीरिक यातना देकर बच्चों को नहीं सुधारा जा सकता है। आज के शिक्षाविदों का मानना है कि बच्चों को प्यार और स्नेह से ही सही तरीके से सिखाया जा सकता है। गुजरे जमाने के स्कूली जीवन के बारे में तो सोचकर ही रूह काँप जाती है।