सर्वांगासन पर टिप्पणी लिखिए।
Answers
Answer:
1- hamare Sar tak rakt ka sanchar bahut achhe se hota hai
2- mahilao ko masik dharm aur pet me kisi bhi prakar ka dard ho to jald hi rahat milata hai
3- kabj asiditi any kae prakar ke bimari se chhutakara
4- dimag me tajagi yaddast me majabuti hoti hai
सर्वांगासन एक ऐसा आसन है, जिसको करने से शरीर के समस्त अंगों का समान रूप से व्यायाम हो जाता है। इसके लिए इसे सर्वांगासन कहते हैं।
इस आसन को किसी भी उम्र का व्यक्ति आसानी से कर सकता है।
आसन की विधि — जमीन पर दरी या कोई मोटा वस्त्र बिछाकर आराम से लेट जाएं। अपने दोनों हाथ सीधे व लंबे रखें। अपने दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ें। अब अपनी आंखें खुली रखें और साँस की गति सामान रखें। दोनों टांगों को एक साथ धीरे-धीरे 90 डिग्री के कोण तक उठाएं। टांगों को ऊपर उठाते हुए अपने शरीर को एक सीध में बनाए रखें। पीठ पर हाथों का सहारा दें। इस स्थिति में केवल कंधे पर शरीर का भार रहेगा और आपकी ठुड्डी कंठकूप में लगी रहेगी। अपनी साँस को सामान्य रखें। 20 से 30 सेकंड तक इस स्थिति में रहने के पश्चात अपनी सामान्य स्थिति में आ जाएं। ध्यान रखें टांगों को नीचे लाते समय झटका ना दे। इस आसन में लगने वाला समय 20 से 30 सेकंड या यथाशक्ति है।
लाभ — सर्वांगासन के लाभ है, इससे सारे शरीर के सारे अंग खुल जाते हैं। घुटनों के दर्द में यह लाभकारी है। इसके अतिरिक्त शरीर के नीचे के भाग से शुद्ध रक्त का हृदय की ओर परिसंचरण होता है, जिससे हृदय को मजबूती मिलती है।
आसन से संबंधित अन्य प्रश्न के लिये, नीचे दिये लिंक पर जायें...
धनुरासन करने की विधि बताइये।
https://brainly.in/question/12921956
मत्स्यासन को समझाइये।
https://brainly.in/question/12922225