CBSE BOARD X, asked by teerathnegi7, 3 months ago

सर्वदा सर्वकार्येषु का बलवती ​

Answers

Answered by ss0228896
1

Answer:

सर्वदा सर्वकार्येषु बुद्धिर्बलवती (बुद्धिः + बलवती ) ।। व्याख्या - इस प्रकार (वह) बुद्धिमती बाघ से उत्पन्न भय से फिर से मुक्त हो गई । इसीलिए कहा जाता है – हे तन्वि ( कोमलांगि – कोमल अंगोंवाली ) ! हमेशा सभी कामों में बुद्धि (ही) बलवती (शक्तिशाली ) होती है ।

Similar questions