Sociology, asked by sv341535, 2 months ago

saral samaj Kya hota hai​

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Answered by jagdishsingh11974
24

Answer:

give me thanks for my answer

समाज (society) एक से अधिक लोगों के समुदायों से मिलकर बने एक वृहद समूह को कहते हैं जिसमें सभी व्यक्ति मानवीय क्रियाकलाप करते हैं। ... समाज लोगों का ऐसा समूह होता है जो अपने अंदर के लोगों के मुकाबले अन्य समूहों से काफी कम मेलजोल रखता है।

विशेषता :

मानव एक सामाजिक प्राणी हैं। समाज व सामाजिक जीवन मानव का स्वभाव हैं। इस प्रकार समाज मानव के साथ-साथ चलता हैं मानव से ही समाज हैं। अतः समाज मनुष्य मे निहित हैं मानव से ही समाज हैं। अपनी आवश्यकताओं को लेकर मनुष्य ने समाज को कही बाहर से नही बुलाया हैं। इस तरह से मनुष्य की यदि कोई परिभाषा मनुष्य के रूप मे कि जाती है तो यह उसके मानव-समाज से पृथक् नही हो सकती। उसके सामाजिक जीवन और उससे उत्पन्न उसकी सांस्कृतिक व्यवस्था से पृथक् से नही हो सकती।

समाज का अर्थ :

समाजशास्त्र मे समाज का अर्थ एक विशेष अर्थ मे लिया जाता हैं। समाजशास्त्र मे व्यक्तियों के मध्य पाये जाने वाले सामाजिक सम्बन्धों के व्यवस्थित स्वरूप को "समाज" कहते हैं।

समाज मे मानव व्यवहार व संबंधों के नियंत्रण की व्यवस्था होती है जो समाज मे संगठन व उपेक्षित स्थरिता प्रदान करने की दृष्टि से अत्यधिक महत्व रखती है। समाज मे नियंत्रण के यथा आवश्यक औपचारिक एवं अनौपचारिक साधन होते है जिनके पीछे समाज की शक्ति व सहमति होती है। ये नियंत्रण के साधन विभिन्न स्तरों व क्षेत्रों मे व्यक्ति व व्यक्ति, व्यक्ति व समूह तथा समूह एवं समूह के संबंध को नियंत्रित व निर्देशित करते हैं।

समाज का महत्व :

समाज मनुष्य के विकास और विकसित होने का माध्यम है क्योंकि समाज मनुष्य को वो दिशा प्रदान करते है,जिसके सहारे मनुष्य विकास कर सके। समाज मनुष्यों का समुदाय है,जो अपने प्रत्येक सदस्य की जरूरतों को देखता है। समाज के बिना जीने की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। मनुष्य को पहचान उसका समाज ही प्रदान करता है।

समाज कैसे बनता है :

वास्‍तव में अनेक परिवारों के आपसी संबंधों से समाज का निर्माण होता है मनुष्‍य सामाजिक प्राणी है अत: वह परिवार एवं समाज दोनों से जुड़कर रहता है ! व्‍यक्ति के जीवन में विवाह हेतु उचित साथी का चुनाव तथा विवाह के बाद बच्‍चों का पालन-पोषण उनकी शिक्षा-दीक्षा की व्‍यवस्‍था करना आदि की चिंताएँ सामने आती हैं |

समाज में परिवार के कितने पक्ष होते हैं :

परिवार (family) साधारणतया पति, पत्नी और बच्चों के समूह को कहते हैं, किंतु दुनिया के अधिकांश भागों में वह सम्मिलित वासवाले रक्त संबंधियों का समूह है जिसमें विवाह और दत्तक प्रथा स्वीकृत व्यक्ति भी सम्मिलित हैं।

Answer with Explanation

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Answered by anshsingh53
2

Answer:

सरल समाज एंव जटिल समाज सरल समाज में श्रम विभाजन नही होता जबकि जटिल समाज देखने को मिलता है

Explanation:

समाज (society) एक से अधिक लोगों के समुदायों से मिलकर बने एक वृहद समूह को कहते हैं जिसमें सभी व्यक्ति मानवीय क्रियाकलाप करते हैं। मानवीय क्रियाकलाप में आचरण, सामाजिक सुरक्षा और निर्वाह आदि की क्रियाएं सम्मिलित होती हैं। ... किसी समाज के आने वाले व्यक्ति एक दूसरे के प्रति परस्पर स्नेह तथा सहृदयता का भाव रखते हैं।“समाज में जिस बदलाव की सबसे ज्यादा ज़रूरत है वो है लोगों के मन में सुरक्षा का भाव आना। जिसकी शुरुआत घर से होती है। ऐसा क्यों नहीं होता कि हम अपने घरों में अपनी छोटी बेटी को अकेले रहने देते हैं। वजह है असुरक्षा।

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