saraswati puja essay in odia
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सरस्वती पूजा, वसंत पंचमी के मौके पर मनाने वाला एक पर्व हैं। इसलिए हर साल सरस्वती पूजा वसंत पंचमी के दिन ही की जाती है। मां सरस्वती को विद्या की देवी माना जाता है। इसको हंसवासिनी के नाम से भी जाना जाता है। वसंत पंचमी के दिन हर साल स्कूलों और कॉलेजों में मां सरस्वती की पूजा की जाती है। इस दिन पीले कपड़े पहने जाते हैं और माता की प्रतिमा की पूजा की जाती है।
विद्यार्थियों के लिए विशेष महत्व
वैसे वसंत पंचमी के अलावा नवदुर्गा में भी मां सरस्वती की पूजा का खास महत्व है। वसंत पंचमी को सरस्वती पूजा का विशेष महत्व है यह माघ महीने के शुक्ल पंचमी को आती है। माता सरस्वती जा की पूजा वंदना की जाती है और माता सरस्वती की प्रतीमा स्थापित की जाती है और सभी विद्यार्थी और शिक्षक मिलकर माता सरस्वती की वंदना करते हैं, आरती करते हैं।
मां सरस्वती का श्रंगार
मां सरस्वती विद्या की देवी हैं इसलिए विद्यार्थियों के लिए यह पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस पूजा में सभी विद्यार्थी उपस्थित होते हैं। इस दिन माता सरस्वती का श्रंगार किया जाता है। उनके चरणों में लाल गुलाल अर्पित की जाती है और पास में दिए भी जलाए जाते हैं। पूजा के एक-दो दिन बाद ही माता सरस्वती की प्रतिमा विसर्जित की जाती हैं। इस विसर्जन में विद्यार्थी व श्रद्धालू विशेष रूप से भाग लेते हैं और माता का विसर्जन करते हैं।
बु्द्धि की देवी हैं मां सरस्वती
मां सरस्वती जी की पूजा का विशेष महत्व है हम सभी जानते हैं कि सरस्वती माता विद्या की देवी होती हैं। कहते हैं जो माता सरस्वती की पूजा करता है, उनकी आराधना करता है, उसका पढ़ाई में बहुत ही अच्छी तरह से मन लगता है। और तो और जीवन में आगे बढ़ता है इसलिए विद्यार्थियों के लिए सरस्वती माता की पूजा का विशेष महत्व है।
इसके अलावा स्पेशल बच्चों के लिए भी सरस्वती माता की पूजा का बड़ा महत्व होता है क्योंकि सरस्वती माता बु्द्धि की देवी होती हैं। वह अपना आशीर्वाद मंदबुद्धि को ज़रूर देती हैं इसके अलावा हर व्यक्ति के लिए सरस्वती माता का महत्व होता है। हमें वसंत पंचमी के दिन सरस्वती माता की आराधना करनी चाहिए उनकी पूजा करना चाहिए।
सरस्वती देवी के कई नाम
मां सरस्वती देवी के अनेक नाम हैं। भारती, गिरा, महाश्वेता, शारदा और विंध्यवासिनी जैसे अलग-अलग नामों से मां सरस्वती को बुलाया जाता है। मां सरस्वती सभी लोगों के लिए एक उत्साह लेकर आती हैं। सभी लोग इस त्योहार को बहुत ख़ुशी से मनाते हैं। हर व्यक्ति और खासकर बच्चे इस त्योहार का ख़ूब आनंद लेते हैं।