सता पक्ष ओर विपक्ष से क्या तात्पर्य है
Answers
सत्ता पक्ष से तात्पर्य उस राजनीतिक दल या राजनीतिक समूह से होता है, जो किसी राष्ट्र की सत्ता पर काबिज होता है, और विपक्ष से तात्पर्य उस राजनीतिक दल या राजनीतिक समूह से होता है, जो सत्ता पर तो कार्यरत नहीं है, लेकिन वह सत्ता पक्ष से थोड़ी कम संख्या में सीटे प्राप्त करके देश के संवैधानिक सदन में पहुँचा है।
किसी लोकतांत्रिक देश में सत्ता पक्ष और विपक्ष दो राजनीतिक समूह होते हैं, जिनके बीच अक्सर सत्ता का हस्तांतरण होता रहता है। किसी देश में सत्ता हासिल करने के लिए उस देश के संविधान के अनुसार निर्धारित उस देश के संवैधानिक सदन में आवश्यक सीटों की संख्या को पाना होता है। चुनावी प्रक्रिया मे आवश्यक सीटे पा लेने वाले किसी राजनीतिक समूह को सत्ता प्राप्त होती है। जो समूह निर्धारित संख्या वाली सीटों को पा लेता है, वह सत्ता पर काबिज होकर ‘सत्ता पक्ष’ कहलाता है और जो समूह निर्धारित सीटें नहीं पा पाता, वह ‘विपक्ष’ कहलाता है।
किसी लोकतांत्रिक देश में सत्ता पक्ष का जितना महत्व उतना ही विपक्ष का महत्व है, क्योंकि विपक्ष सत्तापक्ष को निरंकुश होने से रोक सकता है और सत्तापक्ष की असफलताओं को जनता के सामने ला सकता है।
सत्ता पर काबिज राजनीतिक समूह में एक से अधिक कई दल भी हो सकते है, जिन्हे गठबंधन की सरकार कहा जाता है। उसी तरह विपक्ष वाले राजनीतिक समूह में भी एक से अधिक कई दल हो सकते हैं।
उदाहरण के लिये वर्तमान में भारत में ‘राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन’ नाम से एक राजनीतिक समूह सत्ता पर काबिज है, जो वर्तमान समय मे भारत का सत्ता पक्ष है। इस गठबंधन वाले राजनीतिक समूह में सबसे बडे राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी के अलावा कई अन्य छोटे-बड़े दल भी शामिल हैं। जबकि विपक्ष में वही स्थिति है, और वहाँ पर ‘प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन’ की के रूप मे कई दलों का समूह है, जिसमे मुख्य दल कांग्रेस के अलावा कई अन्य छोट-बड़े दल हैं।
☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼