Hindi, asked by aarus8883, 1 year ago

Satarkta par aacha nibandh

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Answered by Mondaynightrollins
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भारत का केन्द्रीय सतर्कता आयोग (Central Vigilance Commission (CVC)) भारत सरकार के विभिन्न विभागों के अधिकारियों/कर्मचारियों से सम्बन्धित भ्रष्टाचार नियंत्रण की सर्वोच्च संस्था है। इसकी स्थापना सन् १९६४ में की गयी थी। इस आयोग के गठन की सिफारिश संथानम समिति(1962-64) द्वारा की गयी थी जिसे भ्रष्टाचार रोकने से सम्बन्धित सुझाव देने के लिए गठित किया गया था। केन्द्रीय सतर्कता आयोग सांविधिक दर्जा (statutory status) प्राप्त एक बहुसदस्यीय संस्था है।

{{{body}}} के केन्द्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी)
भारतीय ध्वज

पदस्थ
के वी चौधरी, शरद कुमार (सतर्कता आयुक्त), तेजेन्द्र मोहन भसीन (सतर्कता आयुक्त)

Central Vigilance Commissionसंक्षेपाक्षरCVCअधिस्थानसतर्कता भवन, A-ब्लॉक, GPO कम्प्लेक्स, INA, नई दिल्ली-110 023उद्घाटक धारकNittoor Srinivasa Rauगठन11 फ़रवरी 1964; 54 वर्ष पहलेवेब्साइटcvc.nic.in

केन्द्रीय सतर्कता आयोग किसी भी कार्यकारी प्राधिकारी के नियन्त्रण से मुक्त है तथा केन्द्रीय सरकार के अन्तर्गत सभी सतर्कता गतिविधियों की निगरानी करता है। यह केन्द्रीय सरकारी संगठनो मे विभिन्न प्राधिकारियों को उनके सतर्कता कार्यों की योजना बनाने, निष्पादन करने, समीक्षा करने तथा सुधार करने मे सलाह देता है।

केन्द्रीय सतर्कता आयोग विधेयक संसद के दोनो सदनों द्वारा वर्ष 2003 में पारित किया गया जिसे राष्ट्रपति ने 11 सितम्बर 2003 को स्वीकृति दी। इसमें एक केन्द्रीय सतर्कता आयुक्त जो कि अध्यक्ष होता है तथा दो अन्य सतर्कता आयुक्त (सदस्य जो दो से अधिक नही हो सकते) होते हैं।

अप्रैल 2004 के जनहित प्रकटीकरण तथा मुखबिर की सुरक्षा पर भारत सरकार के संकल्प द्वारा भारत सरकार ने केन्द्रीय सतर्कता आयोग को भ्रष्टाचार के किसी भी आरोप को प्रकट करने अथवा कार्यालय का दुरपयोग करने सम्बन्धित लिखित शिकायतें प्राप्त करने तथा उचित कार्यवाही की सिफारिश करने वाली एक नामित एजेंसी के रूप में प्राधिकृत किया।

Answered by PravinRatta
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सतर्कता

हमें अपने जीवन में हर वक़्त, हर काम में सतर्क रहने की जरूरत है। सतर्क रहने से हम हमेशा सुरक्षित रहते हैं।

हम अपने दिनचर्या में जो भी कार्य कर रहे हैं उसमे अगर हम सतर्क नहीं रहते हैं तो इससे ना केवल हमारा काम बिगड़ सकता है बल्कि हमारे स्वयं के ऊपर भी खतरा आ सकता है।

उदाहरण के लिए अगर हम सड़क पर चलते हुए सतर्क नहीं रहते हैं तो हम किसी दुर्घटना के शिकार हो सकते हैं।

अगर हम नेट इस्तेमाल कर रहे हैं और सतर्कता नहीं दिखाते हैं तो हमारी जरूरी जानकारी गायब हो सकती है या किसी को हमारी जानकारी प्राप्त हो सकती है।

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