सविता निबन्ध लिख रखी है।
(क्रियापद छांट कर उसका भेद
Answers
Answer:
(क) एक सफ़ेदपोश सज्जन बहुत सुविधा से पालथी मारे बैठे थे
उत्तर - बैठे थे : अकर्मक क्रिया
(ख) नवाब साहब ने संगति के लिए उत्साह नहीं दिखाया।
उत्तर - दिखाया : सकर्मक क्रिया
(ग) ठाली बैठे, कल्पना करते रहने की पुरानी आदत है।
उत्तर - बैठे थे : अकर्मक क्रिया
(घ) अकेले सफ़र का वक्त काटने के लिए ही खीरे खरीदे होंगे।
उत्तर - खरीदे होंगे - सकर्मक क्रिया
(ङ) दोनों खीरों के सिर काटे और उन्हें गोदकर झाग निकाला।
उत्तर - गोद कर निकाला : सकर्मक क्रिया
(च) नवाब साहब ने सतृष्ण आँखों से नमक-मिर्च के संयोग से चमकती खीरे की फाँकों की ओर देखा।
उत्तर - देखा : सकर्मक क्रिया
(छ) नवाब साहब खीरे की तैयारी और इस्तेमाल से थककर लेट गए।
उत्तर - लेट गए : अकर्मक क्रिया --- थककर : योगिक
(ज) जेब से चाकू निकाला।
उत्तर - निकाला : सकर्मक क्रिया
Answer:
क्रियापद - लिख रही है
क्रिया का भेद - सकर्मक क्रिया