SECONDS
कक्षा- 9 ( अभ्यास कार्य ) दिनांक:- 02/09/2020
1. चलना मनुष्य का स्वभाव है। पानी भी चलता है, हवा भी चलती है, समय भी चलता है और मनुष्य भी चलता है। प्राचीन समय में एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचने के लिए मनुष्य मिलों पैदल यात्रा करता था। कई बार यात्रा इतनी लंबी हो जाती थी कि वर्षों लग जाते थे, मार्ग में यात्री बीमार होकर मर भी जाते थे। फिर पालकियों का प्रयोग किया जाने लगा। इन्हें चार लोग उठाते थे। मगर रास्ते में चलते-चलते थके लोगों की जगह लेने के लिए आठ या बारह लोग साथ में चलते थे। क) मनुष्य का स्वभाव क्या है?
दौडना
कूदना
चलना
उड़ना
Required
2. चलना मनुष्य का स्वभाव है। पानी भी चलता है, हवा भी चलती है, समय भी चलता है और मनुष्य भी चलता है। प्राचीन समय में एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचने के लिए मनुष्य मिलों पैदल यात्रा करता था। कई बार यात्रा इतनी लंबी हो जाती थी कि वर्षों लग जाते थे, मार्ग में यात्री बीमार होकर मर भी जाते थे। फिर पालकियों का प्रयोग किया जाने लगा। इन्हें चार लोग उठाते थे। मगर रास्ते में चलते-चलते थके लोगों की जगह लेने के लिए आठ या बारह लोग साथ में चलते थे। ख) प्राचीन समय में यात्रा कैसे करते थे?
पैदल
हवाई जहाज द्वारा
नाव से
हाथियों पर
Required
3. पालकियों का प्रयोग स्त्रियों के लिए किया जाता था। पहिए के आविष्कार ने मनुष्य का जीवन ही बदल दिया। इसके आविष्कार से सर्वप्रथम बैलगाड़ी द्वारा यात्रा सुगम व सस्ती होने लगी। धीरे-धीरे इसी पहिए से मशीन से चलने वाली गाडियाँ सड़कों पर दौडने लगी। ग) पालकियों का प्रयोग किनके लिए किया जाता था?
पुरूषों के लिए
बच्चों के लिए
बूढ़ों के लिए
स्त्रियों के लिए
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hahahahahahahahha is a Q Ni aai aaj kal ho
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