शिक्षक का इकलौता बेटा story
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क्राइम रिपोर्टर. भोपाल | भोपाल-इंदौर रोड पर गुरुवार सुबह तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई। हादसे में भोपाल के युवा डॉक्टर की मौत हो गई, जबकि उनके दोस्त को गंभीर चोट आई हैं। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के वक्त दोनों काम के सिलसिले में भोपाल से इंदौर जा रहे थे। बुधवारा निवासी डॉ. दिनेश नेमा इलाके के प्रख्यात होम्योपेथिक डॉक्टर हैं। उनके 26 वर्षीय इकलौते बेटे हितेंद्र भी बीएचएमएस परीक्षा पास कर डॉक्टर बन गए थे। चार दिन पहले ही उनका रिजल्ट आया था। चाचा शिवम के मुताबिक हितेंद्र अपने दोस्त राजीव विश्वकर्मा के साथ गुरुवार सुबह करीब साढ़े सात बजे घर से निकले। दोनों मारूति जेन कार से इंदौर जा रहे थे। हितेंद्र खुद अपनी कार ड्राइव कर रहे थे। भोपाल-इंदौर फोरलेन स्थित चौपाल सागर चौराहा के थोड़ा आगे उनकी तेज रफ्तार कार अनियंत्रित हो गई और एक पेड़ से जा टकराई। कार के परखच्चे उड़ गए और हितेंद्र ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
राजीव की कॉलर बोन फ्रेक्चर है और सिर पर भी गंभीर चोट आई है। मौके पर पहुंची सीहोर पुलिस ने उन्हें 108 एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया, जहां राजीव की हालत अब भी नाजुक बताई जा रही है।