शाम में किसान कविता प्रतिपाद्य लिखिए
Answers
Answered by
17
Answer:
शाम एक किसान कविता की व्याख्या
व्याख्या - प्रस्तुत पक्तियों में कवि ने विभिन्न रूपकों का परिचय देते हुए प्राकृतिक उपादानों का वर्णन किया है। कवि को पहाड़ किसी किसान की तरह लगता है, जो की आकाश का साफा बांधकर बैठा है। वह सूरज को चिलम की तरह पी रहा है। पर्वत रूपी चादर किसान के घुटनों के पास नदी चादर सी बह रही है।
Answered by
5
Answer:
thanks kanak di may you live long and stay blessed
Similar questions