Hindi, asked by pshrimant2723, 1 year ago

Shiksha me khelo Shiksha me khelo ka mahatva par nibandh

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Answered by shashank78
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खेल-कूद स्वास्थ्यवर्धक होते हैं । ये शरीर के विभिन्न अंगों के उचित संचालन में मददगार होते हैं । खेलने से शरीर का व्यायाम होता है तथा पसीने के रूप में शरीर में जमा जल बाहर निकल आता है । खेल-कूद शरीर और मन में ताजगी लाता है । इनसे मांसपेशियाँ सुगठित हो जाती हैं । मन की ऊब मिटाने और चित्त में प्रसन्नता लाने के लिए खेलों की जितनी भूमिका है उतनी शायद अन्य किसी चीज की नहीं । यही कारण है कि अलग- अलग समाज और देश में विभिन्न प्रकार के खेलों को पर्याप्त महत्त्व दिया जाता है ।

विद्‌यालयों तथा अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों में खेल-कूद को शिक्षा का एक आवश्यक अंग माना जाता है । खेलों से संबंधित अनेक प्रकार की प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं । विद्‌यालयों में वार्षिक खेल समारोह होते हैं । हर दिन एक घंटी खेल की घंटी होती है । खेल-प्रशिक्षक इस घंटी में बच्चों को तरह-तरह के खेल खेलना सिखाते हैं । बच्चे उत्साहित होकर खेलते हैं तथा तनाव से मुक्त होकर पुन : पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करते हैं ।

बाल्यकाल और खेलों का गहरा नाता होता है । बच्चे खेलों के माध्यम से नई-नई बातें सीखते हैं । खेल उनका साहस और आत्म-विश्वास बढ़ाते हैं । खेलों से उनका तन सुगठित होता है । दूसरे बच्चों के साथ खेलते हुए वे आपस में स्वस्थ प्रतियोगिता करना एवं सहयोग करना सीखते हैं । उनमें धैर्य, सहिष्णुता, ईमानदारी, निष्ठा जैसे गुणों का उभार होता है । वे चुस्त एवं फुर्तीले बनते हैं । खेलों में मिली हार और जीत से वे नए-नए गुण एवं अनुभव प्राप्त करते हैं । वे हार से सबक लेते हैं और कमियों को दूर करते हैं । जीत उन्हें नए-उत्साह और प्रेरणा से भर देती है ।

खेलों के महत्त्व को देखते हुए पूरी दुनिया में विभिन्न खेलों की प्रतियोगिता का आयोजन होता है । इनमें ओलंपिक खेल सबसे बड़ी प्रतिस्पर्धा है जिसका आयोजन प्रत्येक चौथे वर्ष होता है । इनके अतिरिक्त विश्व कप क्रिकेट, विश्व कप सॉकर, विश्व कप शतरंज आदि की प्रतियोगिताएँ भी समय-समय पर होती रहती हैं । एशियाई खेल प्रत्येक चौथे वर्ष होते हैं जो एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा आयोजन है । विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन से दुनिया भर में खेलों को बढ़ावा मिलता है । लोग खेलों में अधिक रुचि लेने लगते हैं ।

भारत में क्रिकेट, हॉकी,फुटबॉल, कबड्‌डी, पोलो, शतरंज, टेबल टेनिस, लॉन टेनिस, बैडमिंटन आदि खेल खेले जाते हैं । इनमें क्रिकेट सबसे लोकप्रिय है । भारत में क्रिकेट के प्रति युवाओं में बहुत आकर्षण है । लोग क्रिकेट तथा अन्य खेलों का सीधा प्रसारण देखकर आनंदित होते हैं । हर कोई अपने देश की टीम को जीतता देखना चाहता है । इस तरह खेल राष्ट्रीय एकता की भावना को बढ़ाने में बहुत सहायक होते हैं । जब कोई खिलाड़ी खेलों में अच्छा प्रदर्शन करता है तो देश के गौरव में वृद्धि होती है ।

खेल-कूद का व्यक्तित्व के विकास में बहुत योगदान है । इनसे शारीरिक और मानसिक क्षमता में बढ़ोतरी होती है । खुले मैदानों में होने वाले खेल खेलकर व्यक्ति स्वस्थ बना रह सकता है । खुली ताजी हवा फेफड़ों में अधिक प्रवेश करती है । व्यक्ति निरोगी रहता है। उसकी झिझक मिटती है, वह समाजोपयोगी कार्यों र्में सहभागिता करता है ।

आजकल अच्छे खिलाड़ियों को बहुत सम्मान प्राप्त है । उसे धन भी प्रचुर मात्रा में मिलता है । सरकार एवं निजी संस्थाएँ उन्हें अपने यहाँ अच्छी नौकरी पर रखती हैं। समाज में उन्हें उचित आदर मिलता है ।

उपर्युक्त कारणों से खेल-कूद का महत्त्व दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है । सरकार एवं खेल-संगठन खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रयत्नशील हैं । बालकों, बालिकाओं तथा युवाओं को प्रतिदिन कोई न कोई खेल अवश्य खेलना चाहिए । जब देश के बच्चे और युवा स्वस्थ रहेंगे तो देश के निर्माण में बहुत सहायता मिलेगी ।

Answered by arpit01
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‘पढ़ोगे-लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे तो होगे खराब’ यह कहावत अब पुरानी ही चुकी है। अब तो खेलों को शिक्षा के बराबर महत्व दिया जाता है। व्यक्ति के सर्वांगीण विकास में खेलकूद का अपना विशिष्ट महत्व है।

आज प्रतियोगिता का युग है। हर क्षेत्र में कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ता है। इस मुकाबले में खरा उतरने के लिये चाहिये तेज बुद्धि और कठारे परिश्रम! स्वास्थ्य अच्छा होने पर ही परिश्रम करना सम्भव है। यह तो सभी जानते हैं कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है। जिस तरह जीने के लिये भोजन पानी की जरूरत है उसी तरह स्वस्थ रहने के लिये खेल एवं व्यायाम बहुत जरूरी है।

प्राचीन कला में जहाँ दंडबैठक, कुश्ती, तैराकी एवं योगासनों को महत्व दिया जाता था वहीं अब लोग क्रिकेट, टेनिस, फुटबाल, हाकी आदि खेलना पसंद करते हैं। शतरंज, बैडमिंटन, टेबिल टेनिस, कैरम इत्यादि खेल हर व्यक्ति अपनी रूचि के अनुसार खेल सकता है। कई खेल सुविधा अनुसार बाहर या अन्दर दोनों जगह खेले जा सकते हैं। बैडमिंटन, टेबिल टेनिस, जिमनास्टिक, तीरंदाजी, तैराकी और न जाने कितने प्रकार के खेल आज लोगों में लोकप्रिय हैं।
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