Hindi, asked by bhowmiksomsuvra7286, 11 months ago

( Sirf tarq karne wala dimaag ek chaku ki tarah hai jisme sirf dhaar hai .. wah prayog karne wale ka hath raktmay kar deta hai ).. Plz give me answer in 750 words in hindi for essay .... Thank you

Answers

Answered by Maximus
3
tark aur krodh insaan ka sabase bada dushman hota hai. insaan ko tark kaheen‌ ka nahin chhodata hai. ghun‌‌ kee tarah hota hai tark jo dheere-dheere achchhe vyakti ko kharaab kar deta hai. isalie ham bachchon ko tark karane se rokate hain. bachchon tark karate hue bilkul bhee achchhe nahin lagate. isalie unhen skool mein samajhaaya jaata hai ki tark nahin karo. bhadr banane kee salaah dee jaatee hai. tark karane vaala vyakti bahut kuchh paakar bhee kuchh nahin paata hai. jee, haan logon ka paryaay nahin paata hai. isalie taigor saahab ne bola hai ki tark dhaaradaar chaakoo kee tarah hota hai jisaka prayog karane vaala vyakti apana hee haani karata hai. apane haath ko raktasheel karata hai.
Answered by Anonymous
5
Hey dear friend ,

Here is your answer - -

सिर्फ तर्क करने वाला दिमाग ऐसे चाकू की तरह होता है की जो व्यक्ति इसका प्रयोग करता है , उसके हाथ रक्तेरनजित हो जाते है । यह हमारे स्वंम के विवेक और हमारे दिल के विवेक और हमारे दिमाग के विवेक दोनों में बहुत गहरा संबंध होता है , और गहरे विक्रम का संबंध भी होता है । हमें हर समय पर प्रत्येक परिस्थिति में अलग अलग विवेक की जरूरत होती है ।

कई बार उनके ऊपर जहां पर दिमाग के विवेक की आवश्यकता होती है हम वहां पर दिल के विवेक की उपस्थिति कर और उसका उपयोग कर अपने लिए कठिनाइयां और समाज के लिए अंकुश पैदा कर लेते हैं ,

और कई बार उनके ऊपर जहां पर दिल के विवेक की आवश्यकता होती है हम वहां पर दिमाग के विवेक की उपस्थिति कर और उसका उपयोग करें अपने लिए कठिनाइयां और समाज के लिए अंकुश लगा कर लेते है।

हमारे प्राचीन काल में भी दिल और दिमाग क्यों दोनों के ऊपर बहुत गहरा अध्ययन किया गया था ?

हमारे दिल और दिमाग दोनों के ऊपर गहरा अध्ययन किया गया था क्योंकि हमें एक सफल जिंदगी जीने के लिए इन दोनों बिंदुओं की बहुतायत से उपयोग करना पड़ता है यदि कोई जी न्यायाधीश विवेक जहां पर दिमाग का उपयोग करना है उस स्थान पर दिल के विवेक का उपयोग कर अपराधी को सजा कम या उसके अपराध कुछ माफ कर देते हैं इससे अपराधी खुश होता है और उसे पर्याप्त सजा नहीं मिल पाती।

और कहीं कहीं पर जहां पर हैं अपने समाज में दिल के उपयोग की बात का उपयोग करना चाहिए वहीं पर कोई ना कोई दिमाग का उपयोग कर देता है और कोई पूरी बनी बनाई बात बिगड़ जाती है ऐसे कई उदाहरण मिलते हैं हमारे समाज में ।

Thanks ;) ☺☺☺
Similar questions