Hindi, asked by Ayush16112007, 9 months ago

Speaking skills on कोरोना से उत्पन्न संकट. Please answer this fast before 4 pm.

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Answered by bansalgeetika2006
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Answer:

Explanation:

श में कोरोना वायरस तेजी से पांव पसार रहा है. देश में अब तक 179 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि चार लोगों की जान जा चुकी है. स्कूल-कॉलेज बंद हैं. परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं. लोगों से बेवजह घर से न निकलने की अपील सरकार कर रही है. भय का माहौल है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया.

प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न खतरे को विश्वयुद्ध से भी खतरनाक बताया और प्रत्येक देशवासी के सजग रहने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व संकट के गंभीर दौर से गुजर रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि आपने हमें कभी निराश नहीं किया. आज फिर मैं सभी देशवासियों से कुछ मांगने आया हूं.

यह भी पढ़ें- पीएम मोदी का राष्ट्र के नाम संदेश, रविवार सुबह 7 से रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू

पीएम मोदी ने कहा कि हमें आपके आने वाले कुछ सप्ताह चाहिए. कुछ समय चाहिए. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण फैली महामारी से बचने का उपाय विज्ञान नहीं सुझा सका है, ना ही वैक्सीन ही बन सकी है. ऐसे में चिंता स्वाभाविक है. पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के जिन देशों में कोरोना वायरस का प्रभाव ज्यादा रहा है, वहां एक बात सामने आई है. वह यह कि शुरुआती दिनों के बाद अचानक बीमारी का विस्फोट हुआ है. पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है.

भारत पर नहीं पड़ेगा असर, यह मानना गलत

पीएम मोदी ने कहा कि आज जब बड़े-बड़े और विकसित देशों में कोरोना की महामारी का व्यापक प्रभाव दिख रहा है, ऐसे में यह मानना गलत होगा कि भारत पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. उन्होंने इससे लड़ने के लिए संकल्प और संयम को आवश्यक बताते हुए कहा कि देशवासियों को यह संकल्प और दृढ़ करना होगा कि महामारी को रोकने के लिए एक नागरिक के नाते अपने कर्तव्य और केंद्र, राज्य सरकार के दिशा-निर्देश का पालन करेंगे. यह संकल्प लेना होगा कि हम खुद के साथ दूसरे लोगों को भी संक्रमित होने से बचाएंगे. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस तरह की वैश्विक महामारी में एक ही मंत्र काम करता है 'हम स्वस्थ तो जग स्वस्थ'. घर से बाहर निकलने से बचें, भीड़ से बचें. सोशल डिस्टैंसिंग जरूरी है.

कुछ सप्ताह तक घर से न निकलें वरिष्ठ नागरिक

पीएम मोदी ने 65 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों से घर से बाहर न निकलने का आग्रह किया और जनता रविवार, 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का आह्वान करते हुए कहा कि सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू का पालन करें. उन्होंने कहा कि इसका अनुभव हमें आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार करेगा. पीएम ने रूटीन चेक-अप के लिए अस्पताल जाने से बचने की अपील की ओर कहा कि आर्थिक चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए वित्त मंत्री के नेतृत्व में सरकार Covid-19 Economic Response Task Force गठित करेगी.

नहीं होगी दूध-दवा और खाद्यान्न की कमी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आश्वस्त किया कि सरकार दूध-दवा और खाने-पीने के सामान की कमी नहीं होने देगी. इसके लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने व्यावसायियों और उच्च आय वर्ग के लोगों से जिनसे सेवाएं लेते हैं, उनके आर्थिक हितों का ध्यान रखने, वेतन में कटौती न करने की अपील की. प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे समय में कठिनाइयां भी आती हैं. आशंकाओं और अफवाहों का वातावरण भी उत्पन्न होता है. उन्होंने शक्ति की आराध

Answered by koonergavan
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आज का वैश्विक संकट तिहरा है. कोविड महामारी, गहन व्यापक आर्थिक मंदी तथा मानव अस्तित्व को खतरे में डालने वाला पर्यावरणीय परिवर्तन. इन सबके अलावा, ऐसी परिस्थिति में राह दिखाने वाले राजनीतिक व नैतिक नेतृत्व का दुनियाभर में अभाव है. इसलिए उत्तर तो कहीं और ही ढूंढ़ना पड़ेगा. महात्मा गांधी के सामने यह चुनौती खड़ी होती तो उन्होंने क्या किया होता? इस का जवाब कहां खोजा जाए? यह तो वे खुद कह ही गए हैं– ‘मेरा जीवन ही मेरा संदेश है’. अत: उनके जीवन में ही ये उत्तर खोजना पड़ेगा.

उनके उत्तर में कुछ विशेषताएं तो समान होंगी. पहली तो यह कि दूसरों को उपदेश देने की बजाए सबसे पहले वे स्वयं उसका आचरण करते. तभी तो आत्मश्लाघा प्रतीत हो ऐसा वाक्य– ‘मेरा जीवन ही मेरा संदेश है’ वे बोल पाए. हम बोल सकते हैं क्या? बोलकर तो देखिए. ज़बान लड़खड़ाएगी.

दूसरे, वे कोई भी कार्य सबसे पहले स्थानीय स्तर पर ही करते. दुनिया बदलने के लिए दुनिया के पीछे नहीं भागते. मिट्टी के एक कण में पृथ्वी देख सकने वाली दृष्टि थी उनके पास. मैं जहां हूं वहीं मेरा ‘स्व-देश’ है. मेरा कार्य यहीं आरंभ होगा. क्योंकि मैं सिर्फ यहीं कार्य कर सकता हूं. तीसरे, आरंभ में उनका कार्य मामूली या बचकाना लग सकता है, जैसे मुट्ठीभर नमक उठाना या सूत कातना लेकिन ज़रा रुकिए- इससे इतिहास बदल जाएगा.

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