Story on water in hindi in 700 words
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Explanation:
जल ही जीवन है ऐसा अक्सर हम सुनते आ रहे हैं यही जीवन का सत्य है जल के बिना पृथ्वी का कोई भी प्राणी जीने की कल्पना तक नहीं कर सकता है। धरती का तीन चौथाई से भी अधिक भाग जल का है। ब्रह्मंड के दुसरे ग्रहों पर अब तक जीवन संभव नहीं हो सका है जिसका सीधा साधा सा कारण है के वहां मौजूद किसी भी ग्रह पर जीने लायक पानी मौजूद नहीं है।
जल मानव , पशु -पक्षी तथा वनस्पति सब के लिए अनिवार्य है जल हमारे लिए अमृत के सामान है। जल का प्रयोग हम रोजाना के जीवन में पीने के लिए , नहाने-धोने के लिए , सफाई और सिंचाई आदि के लिए करते हैं। समुन्द्र , नदियां , झीलें और कुआं आदि यह सभी जल के श्रोत हैं। हमारे देश में आज कुछ ऐसी जगह हैं यहां पानी बड़े मुश्किल से मिलता है जो है वो दूषित है इसीलिए , वहां पानी दूसरी जगहों से मंगवाया जाता है।
लगातार होती जा रही जनसंख्या में बढ़ोतरी की वजय से भी पानी की समस्या लगातार बढती जा रही है देश की कई जगह तो ऐसी हैं यहां पानी तो मौजूद है किन्तु उसे इस्तेमाल नहीं किया जा सकता क्योंकि वह पीने लायक नहीं है।
सरकार द्वारा पानी से निपटने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं किन्तु फिर भी ऐसे परिणाम नहीं मिल पा रहे हैं जिससे पानी की समस्या को खत्म किया जा सके। इन्ही योजनाओं पर लगने वाला पैसा चुपचाप ही हड़प लिया जाता है जबकि सरकार पानी की समस्या को दूर करने के लिए हर वर्ष करोड़ों रूपए खर्च करती है ।देश के कुछ भाग तो ऐसे हैं यहां सुखा और अकाल पड़ना आम सी बात हो गयी है इन जगहों पर वर्षा बहुत कम होती है जा फिर बिल्कुल भी नहीं होती जिस कारण हर वर्ष सूखे के चलते फसलें बर्बाद हो जाती हैं , पशु मर जाते हैं और वहां रहने वाले लोगों को पानी की समस्या से बचने के लिए वहां से पलायन करना पड़ता है।
वहीँ दूसरी तरफ नदी और समुन्द्रों का पानी भी लगातार दूषित हो रहा है रोजाना हजारों टन कचरा और गंदा पानी इनमें वहा दिया जाता है जिस कारण सारा पानी प्रदूषित हो जाता है और जलजीवों का रहना भी कठिन हो जाता है।
इसीलिए आज हमें जरूरत है पानी की एक -एक बूंद को बचाने की सबसे पहले हमें अपने घरों पर हो रही पानी की बर्बादी को दूर करना होगा और आज जरूरत है वर्षा के पानी को संरक्षित करने की। पानी की समस्या को देखते हुए हमें व्यर्थ पानी को इस्तेमाल में लाने की आदत डालनी चाहिए।
पानी की समस्या को दूर करने में पेड़ बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं क्योंकि वे बारिश का जल भूमि में संचित रखते हैं जिस कारण भूमि के अंदर और बाहर का संतुलन बना रहता है।
देश के कुछ भाग तो ऐसे हैं यहां सुखा और अकाल पड़ना आम सी बात हो गयी है इन जगहों पर वर्षा बहुत कम होती है जा फिर बिल्कुल भी नहीं होती जिस कारण हर वर्ष सूखे के चलते फसलें बर्बाद हो जाती हैं , पशु मर जाते हैं और वहां रहने वाले लोगों को पानी की समस्या से बचने के लिए वहां से पलायन करना पड़ता है।
वहीँ दूसरी तरफ नदी और समुन्द्रों का पानी भी लगातार दूषित हो रहा है रोजाना हजारों टन कचरा और गंदा पानी इनमें वहा दिया जाता है जिस कारण सारा पानी प्रदूषित हो जाता है और जलजीवों का रहना भी कठिन हो जाता है।
इसीलिए आज हमें जरूरत है पानी की एक -एक बूंद को बचाने की सबसे पहले हमें अपने घरों पर हो रही पानी की बर्बादी को दूर करना होगा और आज जरूरत है वर्षा के पानी को संरक्षित करने की। पानी की समस्या को देखते हुए हमें व्यर्थ पानी को इस्तेमाल में लाने की आदत डालनी चाहिए।
पानी की समस्या को दूर करने में पेड़ बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं क्योंकि वे बारिश का जल भूमि में संचित रखते हैं जिस कारण भूमि के अंदर और बाहर का संतुलन बना रहता है।