summary of "kis tarah akhir kar main hindi mein aaya "???
Answers
Answered by
28
किस तरह आखिरकार मैं हिंदी में आया' शमशेर बहादुर जी ने इस अध्याय में हिंदी क्षेत्र में किस तरह प्रवेश किया। उस विषय पर यह पाठ आधारित है। लेखक काम लिखने में कुछ खास रूचि नहीं था। हिन्दी में तो और भी वह इच्छुक नहीं थे, वह चित्रकार थे।
उनकी पत्नी की मृत्यु के बाद, वह भागते थे खुद से ।अंग्रेज़ी व उर्दू भाषा का उनको ज्ञान था। मगर लेखनी में वह कमाल दिखा देंगे इसकी वह कल्पना भी नहीं करते थे कभी।हरिवंश राय बच्चन जी के सहायता से वह हिन्दी लेखन क्षेत्र में आए पंतजी व निराला जी ने भी उनको सहयोग दिया था।
धीरे-धीरे हिन्दी की ओर उनका मन लगा उन्होंने लिखना आरम्भ किया और आगे चलकर उन्होंने हिन्दी में लिखना आरम्भ किया। यह रचना शमशेर बहादुर जी के जीवन से लिए गए है कुछ महत्वपूर्ण समय का एक सुंदर रूप है।
उनकी पत्नी की मृत्यु के बाद, वह भागते थे खुद से ।अंग्रेज़ी व उर्दू भाषा का उनको ज्ञान था। मगर लेखनी में वह कमाल दिखा देंगे इसकी वह कल्पना भी नहीं करते थे कभी।हरिवंश राय बच्चन जी के सहायता से वह हिन्दी लेखन क्षेत्र में आए पंतजी व निराला जी ने भी उनको सहयोग दिया था।
धीरे-धीरे हिन्दी की ओर उनका मन लगा उन्होंने लिखना आरम्भ किया और आगे चलकर उन्होंने हिन्दी में लिखना आरम्भ किया। यह रचना शमशेर बहादुर जी के जीवन से लिए गए है कुछ महत्वपूर्ण समय का एक सुंदर रूप है।
Similar questions