Summary of premchand story Beto wali Vidhwa in Hindi.
Answers
Answer:
बेटों वाली विधवा ~ मानसरोवर भाग-1 ~ मुंशी प्रेमचंद्र की अमर कहानियाँ| पंडित अयोध्यानाथ का देहांत हुआ तो सबने कहा, ईश्वर आदमी की ऐसी ही मौत दे। ... विधवा फूलमती को शोक तो हुआ और कई दिन तक बेहाल पड़ी रही, लेकिन जवान बेटों को सामने देखकर उसे ढाढ़स हुआ। चारों लड़के एक से एक सुशील, चारों बहुएँ एक से एक बढ़कर आज्ञाकारिणी।
Answer:
इस कहानी में पिता के मरने के बाद बेटे माँ की किस तरह दुर्गात करते है और अपने बच्चों को उन्हे बहुत चिंता होती है I बेटों के लिए माँ पर एक रुपया खर्च करना भी भारी पढ़ता है I माँ के प्रति संतान की इस संवेदनशीलता एवं स्वार्थपरता को कहानी में दिखाया गया है I
Explanation:
मुंशी प्रेमचंद वास्तव में एक महान भारतीय लेखक थे जिन्हें 20 वीं शताब्दी की शुरुआत के सबसे महान हिंदुस्तानी लेखकों में से एक माना जाता था। वह एक उपन्यासकार, लघु कथाकार और नाटककार थे जिन्होंने एक दर्जन से अधिक उपन्यास, सैकड़ों लघु कथाएँ और कई निबंध लिखे। इसके अलावा उन्होंने कई अन्य भाषाओं के साहित्य के कार्यों की व्याख्या हिंदी में की। पेशे से एक शिक्षक, उन्होंने वास्तव में उर्दू में सिर्फ एक स्वतंत्र लेखक के रूप में अपने लेखन करियर की शुरुआत की। वह अपने पूरे क्षण में भारतीय महिलाओं की यातना और दुर्व्यवहार से वास्तव में प्रभावित हुए थे, साथ ही उन्होंने अक्सर अपने दर्शकों के मन में चेतना बढ़ाने के लिए, अपनी कहानियों में लड़कियों और महिलाओं की इसी भयानक दुर्दशा को चित्रित किया था।