summary of the story पूस की रात and मंत्र written by premchand
Answers
Answered by
1
कथा सम्राट प्रेमचंद ने हिन्दी के खजाने में कई अनमोल रत्न जोड़े हैं. महज आठ साल की उम्र में प्रेमचंद की मां का स्वर्गवास होने और पिता द्वारा दूसरी शादी करने के चलते उनके बाल मन को वह स्नेह कभी न मिल सका जिसकी उसे चाह होती है. प्रेमचंद ने गरीबी को बेहद करीब से देखा. कहा जाता है कि उनके पास कई बार पहनने के लिए कपड़े तक नहीं होते थे... लेकिन प्रेमचंद ने अपने लेखन को ही अपना साथी बनाया और उसे ही ओढ़ा और पहना...
badvampirezaynab:
please mark me as brainliest :-)
Similar questions