Surdaas ke pad me kaun SA alankar h Charo pad me
Answers
सूरदास के पद ( कक्षा - 10 )उधौ, तुम हौ अति बड़भागी।अपरस रहत सनेह तगा तैं, नाहिन मन अनुरागी।पुरइनि पात रहत जल भीतर, ता रस देह न दागी।ज्यौं जल माहँ तेल की गागरि, बूँद न ताकौं लागी।प्रीति-नदी में पाँव न बोरयौ, दृष्टि न रूप परागी।'सूरदास' अबला हम भोरी, गुर चाँटी ज्यौं पागी।अलंकार निम्नलिखित है :-" पुरइनि पात रहत जल भीतर, ता रस देह नदागी।ज्यौं जल माहँ तेल की गागरि, बूँद नताकौं लागी। "उत्प्रेक्षा अलंकार!
Explanation:
सूरदास के पद ( कक्षा - 10 )उधौ, तुम हौ अति बड़भागी।अपरस रहत सनेह तगा तैं, नाहिन मन अनुरागी।पुरइनि पात रहत जल भीतर, ता रस देह न दागी।ज्यौं जल माहँ तेल की गागरि, बूँद न ताकौं लागी।प्रीति-नदी में पाँव न बोरयौ, दृष्टि न रूप परागी।'सूरदास' अबला हम भोरी, गुर चाँटी ज्यौं पागी।अलंकार निम्नलिखित है :-" पुरइनि पात रहत जल भीतर, ता रस देह नदागी।ज्यौं जल माहँ तेल की गागरि, बूँद नताकौं लागी। "उत्प्रेक्षा अलंकार!