Hindi, asked by aryan3971, 11 months ago

Swami Shraddhanand 's related one incident in hindi.

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Answered by Abhimanyu43
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स्वामी श्रद्धानंद पर निबंध | Write an Essay on Swami Shraddhanand in Hindi

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 by Gurijatt17131.10.2018

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Rishirajnadan 

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1. प्रस्तावना:

स्वामी श्रद्धानन्दजी का जीवन सन्त वाल्मीकि की जीवनगाथा से उस रूप में मिलता है, जब वाल्मीकिजी की सदात्मा उन्हें डाकू से सन्त प्रवृत्ति की ओर ले आयी थी । उसी प्रकार श्रद्धानन्द, जो पहले मुंशीराम के नाम से जाने जाते थे, किन्तु चमत्कारिक परिवर्तन ने उन्हें दुरात्मा से सदात्मा बना डाला । स्वतन्त्रता तथा समाज सेवा में अपना जीवन अर्पित करने वाले इस महान् व्यक्ति को उनके गुणों के कारण ही जाना जाता रहेगा ।

2. स्वामी श्रद्धानन्दजी का जीवन परिचय:

स्वामीजी का जन्म फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी को जालन्धर जिले के एक ग्राम में हुआ था । उनके पिता कोतवाल थे । अत: किसी प्रकार का आर्थिक-सामाजिक बन्धन उन पर नहीं था । सुरापान से लेकर सारे अवगुण उनमें व्याप्त थे । ठीक उसके विपरीत उनकी पत्नी शिवदेवी थी, जो सेवा, त्याग, नम्रता, उदारता और भारतीय नारी के गुणों से परिपूर्ण स्त्री थी । स्वामीजी जब भी घर लौटते, तो उन्हें गरम खाना खिलाने के बाद ही वह भोजन करती ।

एक बार देर रात श्रद्धानन्द नृत्य-संगीत की सभा से सुरापान करते हुए घर लौटे । पत्नी शिवदेवी ने न केवल उनके कपड़े बदले, वरन् उनके सेवा भाव से पैर दबाती रही । आंख खुलने पर श्रद्धानन्द ने जलती हुई आग के सामने रोटी के लिए तैयार गूंथे आटे को देखा । पत्नी सेवाचर्या करती हुई बैठे-बैठे सो चुकी थी । आंख खुली, तो श्रद्धानन्द का हृदय धिक्कार उठा- ”कितनी ही रातें इस बेचारी ने मेरे कारण भूखे बितायीं ।”

उसके बाद श्रद्धानन्द का हृदय ऐसा परिवर्तित हुआ कि वे कालान्तर में स्वामी श्रद्धानन्द के नाम से प्रसिद्ध हुए । समाज सेवा, धर्म सेवा, देश सेवा यही उनके जीवन का उद्देश्य बन गया । उनके कार्यों से क्षुब्ध होकर एक धर्मोन्वादी अब्दुल रशीद नामक मुस्लिम ने 23 दिसम्बर 1926 को उनका वध कर दिया । स्वामीजी मरकर भी अमर हो गये

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