(Sx135)
।.गद्यांशको पढ़कर प्रॉ के उत्तर लिखिए।
ईश्वर ने संसार के सारे रहस्प छुपा कर रखते हुए थे। मनुष्य ने अपने परिश्रम और प्रपन से रहस्यों पर से
पर्दा उठा दिपा। यह कहना गलत है कि मनुष्य संसार में आते समप अपना भाग्य लेकर आता है। वास्तव
में वह अपने भाय का स्वय निर्माता है। जो वह अपनी मेहनत से बनाता है। प्रकृति मनुष्य के भाग्य से
डरकर नहीं बल्कि उसके परिश्रम से हार मानती है। जो लोग भाग्य पर विश्वास करते हैं, वे आलसी हैं।
वास्तव में वीर और परिश्रमी व्यक्ति अपना भाय स्वपप बनाता है।
1. ईश्वर में संसार के सारे रहस्य किस में छुपा कर रख दिए थे?
2.किसने अपने परिश्रम और प्रयत्न से रहस्यों पर से पर्दा उठा दिया?
3. प्रकृति किससे हार मानती है?
4. भाग्य पर विश्वास करने वाले लोग कैसे होते हैं?
5.अपने भाग्य का निर्माता कौन है?
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तुम एक कमबख्त कुतिया हो यू उर गधा हर रोज यू खूनी गधा
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