Hindi, asked by akashdip1872, 1 month ago

तुलसी, रहीम और कबीरदास के विषय में लिखिए।

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Book Arhul Hindi Pathmala 8
Chapter 19,

Answers

Answered by priyamkamalagarwal
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Answer:

तुलसी.

तुलसी को हिन्दू धर्म में पूजा जाता है. इसे सिर्फ पौधे के रूप में नहीं बल्कि घर में भगवान के रूप में माना जाता है. ... लेकिन तुलसी सिर्फ एक पौधा ही नहीं है बल्कि इसका इस्तेमाल जड़ी-बूटी के तौर पर किया जाता है। तुलसी में बहुत रोगों से लड़ने की क्षमता होती है इसलिए इसे 'क्वीन ऑफ हर्ब्स' कहा जाता है।

रहीम

रहीम का पूरा नाम अब्दुर्रहीम खानखाना था। इनके पिता बैरम खाँ ने मुगल बादशाह हुमायूँ की मृत्यु के बाद अकबर के संरक्षक का दायित्व निभाया था। रहीम बचपन से ही साहित्य-प्रेमी और बुद्धिमान थे। उन्हें अपने माता-पिता से वीरता, राजनीति, दानवीरता तथा काव्य जैसे गुण विरासत में मिले थे।

कबीर दास

कबीर या भगत कबीर 15वीं सदी के भारतीय रहस्यवादी कवि और संत थे। वे हिन्दी साहित्य के भक्तिकालीन युग में ज्ञानाश्रयी-निर्गुण शाखा की काव्यधारा के प्रवर्तक थे। इनकी रचनाओं ने हिन्दी प्रदेश के भक्ति आंदोलन को गहरे स्तर तक प्रभावित किया। ... कबीर पंथ नामक धार्मिक सम्प्रदाय इनकी शिक्षाओं के अनुयायी हैं।

Answered by shakuntlasharma46327
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गोस्वामी तुलसीदास(१५११-१६२३) हिंदी साहित्य के महान कवि है इन्हें आदि काव्य रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि का अवतार भी माना जाता है इसके बाद विनय पत्रिका उनका एक अन्य महत्वपूर्ण काव्य है। महाकाव्य श्री राम चरित्र मानस को विश्व के 100 सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय कवियों में 46 स्थान दिया गया।

रहीम का पूरा नाम अब्दुल रहीम खानखाना था । आपका जन्म 17 दिसंबर 1556 को लाहौर में हुआ। रहीम के पिता का नाम बैरम खान तथा माता का नाम सुल्ताना बेगम था , जो एक कवियत्री थी। उनके पिता बैरम खां मुगल बादशाह अकबर के संरक्षक थे।

कबीर भगत कंपनी सदी के भारतीय रहस्यवादी कवि और संस्कृत में हिंदी साहित्य के भक्ति कालीन युग में ज्ञानश्री निर्गुण शाखा की काव्य धारा के प्रवर्तक है इनकी रचनाओं ने हिंदी प्रदेश के भक्ति आंदोलन को गहरे स्तर तक प्रभावित किया। कबीर पंथ नामक धार्मिक संप्रदाय इनकी शिक्षाओं के अनुयाई थे।

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