"तुम्हारी उपस्थिति यों रबड़ की तरह खिंचेगी, हमने कभी सोचा न था।” इस कथन का आशय स्पष्ट कीजिए
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Answer:
Hi जीडीपी एक इर्द करो नमस्ते नमस्ते है कि इस बार के विश्व मेले के दौरान एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं और इस तरह की कोई बात नहीं है कि इस बार के विश्व मेले के दौरान एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं और इस तरह की कोई बात नहीं है कि इस बार के विश्व मेले के दौरान एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं और इस तरह
Explanation:
बिछड़ने के होंगे तुम्हारे इरादे , कभी सोचा ना था
पल में भूल जाओगे सारे वादे , कभी सोचा ना था
ना अपने मन की कह पाएंगे तुमसे , कभी सोचा ना था
दुनिया के सामने अपना दर्द छिपाएंगे , कभी सोचा ना था
तुमसे यूं एक मुलाकात को तरसेंगे , कभी सोचा ना था
गमों के बादल बनके तूफान बरसेंगे , कभी सोचा ना था
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