तिरंगा फहराते देख आपके मन में क्या विचार आता है ? Please tell me long type answer .
Answers
तिरंगा फहराते देख हमारे मन में देशाभिमान का विचार आता है। हमें अपने देश पर अभिमान होता है, एक गर्व की अनुभूति होती है। यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। जो नागरिक जिस मिट्टी में जन्म लेता है, उस मिट्टी के प्रति उसका लगाव और प्रेम हो जाना सहज एवं स्वभाविक है।
तिरंगा हमारे देश का प्रतीक होता है। तिरंगा हमारे देश की पहचान है। इस तिरंगे में हमारे पूरे देश का अभिमान, इतिहास एवं गौरव समाया होता है। जब हवा के मंद-मंद झोंको से जब तिरंगा झंडा हवा में फहराता है तो ऐसा लगता है कि हमारे देश का गौरव हवा में चारों तरफ लहरा रहा हो। गर्व की अनुभूति से पुलकित होता हुआ मन देशभक्ति की भावना से भर जाता है।
तिरंगा से हमें अनुभव होता है कि हम सब भारतीय एक हैं। एक झंडे के तले हैं। एक तिरंगे के नीचे हैं। हम न हिंदू हैं, न मुसलमान हैं, न सिक्ख हैं, ना ईसाई हैं, हम केवल भारतीय हैं, हम हिंदुस्तानी हैं। हम न पंजाबी, न मराठी, न गुजराती, न तमिल,तेलुगू, कन्नड़, मलयालम है। हम न बंगाली हैं, हम केवल केवल केवल भारतीय हैं।
तिरंगा फहराते देख हमारे अंदर गर्व की अनुभूति होती है। देश के लिये कुछ भी करने की भावना का विकास होता है। तिरंगे से हम अपनी एकता का प्रदर्शन करते हैं।
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Answer:
Explanation:
हमारे देश के मान और गौरव का प्रतीक है । जिस तरह हर देश का झंडा उसकी आन बान और शान होता है, उसी तरह हमारे देश का झंडा “तिरंगा” भी हमारी पहचान है। यह देश की एकता और अखंडता का प्रतीक है। हम सभी को अपने देश के झंडे का सम्मान करना चाहिये। प्रत्येक देश का अपना एक विशेष झंडा होता है। यह झंडा देश के एकजुट अस्तित्व का प्रतीक होता है।
देश के लिए जान देने वाले शहीदों और देश की महान शख्सियतों को तिरंगे में लपेटा जाता है. इस दौरान केसरिया पट्टी सिर की तरफ और हरी पट्टी पैरों की तरफ होनी चाहिए. शव को जलाने या दफनाने के बाद उसे गोपनीय तरीके से सम्मान के साथ जला दिया जाता है या फिर वजन बांधकर पवित्र नदी में जल समाधि दे दी जाती हैं.
कटे-फटे या रंग उड़े हुए तिरंगे को भी सम्मान के साथ जला दिया जाता है या फिर वजन बांधकर पवित्र नदी में जल समाधि दे दी जाती है.