Hindi, asked by ks9759930, 12 hours ago



टूटे-फूटे खंडहर, सभ्यता और संस्कृति के इतिहास के साथ-साथ धड़कती
जिंदगियों के अनछुए समयों का भी दस्तावेज होते हैं।' इस कथन का भाव
स्पष्ट कीजिए।
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Answers

Answered by KisserJaan
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इस प्रकार कहा जा सकता है कि टूटे-फूटे खंडहर, सभ्यता और संस्कृति के इतिहास होने के साथ-साथ धड़कती जिंदगी के अनछुए समयों का भी दस्तावेज होते हैं। “यह सच है कि यहाँ किसी आँगन की टूटी-फूटी सीढ़ियाँ अब आप को कहीं नहीं ले जातीं; वे आकाश की तरफ अधूरी रह जाती हैं।

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