tej Varsha Mein Jab Main Ghar Se Bahar nikala Sanket ke Aadhar par Kahani Lakh kijiye
Answers
बारिश हो या आंधी तूफान मैं हमेशा काम करता हूं। एक दिन बारिश हो रही थी। मां मुझे रोक रही थी। मगर मैं फिर भी बाहर निकल गया क्योंकि मैं अपने काम को अपने से ज्यादा महत्व देता हूं।
तेज वर्षा में जब मैं घर से बाहर निकला।
Explanation:
संकेत बिंदु: वर्षा, छाता, पकोड़े,
एक दिन बहुत वर्षा हो रही थी और माँ के सोने के कारण मैं उनसे गरम पकोड़े भी नहीं बनवा सकता था। इसलिए मैंने सोचा कि मैं जल्दी से छाता लेकर बाजार जाऊंगा और गरम पकोड़े खरीद कर ले आऊंगा।कभी मैं बाजार के लिए निकल गया और जैसे ही मैं थोड़ी दूरी पर पहुंचा तब वर्षा और तेजी से होने लगी और अब मुझे डर लगने लगा कि अगर माँ जग गई तो यह मुझे बहुत डांट लगाएगी।
जैसे-जैसे मैं पकोड़े की दुकान पर तो पहुंच गया लेकिन मैंने पाया कि वहां बहुत भीड़ थी और अपने लिए कपड़े खरीदने में मुझे लगभग 15 मिनट का इंतजार करना पड़ा। जहां एक और मुझे पकौड़े खाने की खुशी हो रही थी वहीं दूसरी और मुझे डर भी लग रहा था कि माँ ना जग जाए। कुछ समय बाद मैं पकौड़ी लेकर जैसे ही घर पहुंचा मां दरवाज़े पर खड़ी मेरा इंतजार कर रही थी। उन्हें देखकर मैं एकदम हक वर्क रह गया और इससे पहले कि वह मुझे डांट थी मैं रट्टू तोते की तरह माँ को बताने लगा कि मैं उन्हें परेशान नहीं करना चाहता था।
माँ यह सुनकर बहुत खुश हुई लेकिन फिर भी उन्होंने मुझे समझाया कि मैं बिना बताए घर से बाहर ना जाऊं। इसलिए मैंने माँ से वादा किया कि मैं कभी भी बिना बताए घर से बाहर कहीं नहीं जाऊंगा |
और अधिक जानें:
Bhrashtachar par nibandh
brainly.in/question/3939053