Chemistry, asked by Sudarshan7651, 9 months ago

CO(g) + 3H_2(g)\rightleftharpoons CH_4(g) + H_2O(g) अभिक्रिया एक लिटर फ्लास्क में 1300K पर साम्यावस्था में है। इसमें CO के 0.3 मोल, H_2 के 0.01 मोल, H_2O के 0.02 मोल एवं CH_4 की अज्ञात मात्रा है। दिए गए ताप पर अभिक्रिया के लिए K_c का मान 3.90 है। मिश्रण में CH_4 की मात्रा ज्ञात कीजिए।

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Answered by sakshisingh27
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Answer:

hii

buddy here is your answer

Explanation:

किसी रासायनिक अभिक्रिया के सन्दर्भ में रासायनिक साम्य (chemical equilibrium) उस अवस्था को कहते हैं जिसमें समय के साथ अभिकारकों एवं उत्पादों के सांद्रण में कोई परिवर्तन नहीं होता। प्रायः यह अवस्था तब आती है जब अग्र क्रिया (forward reaction) की गति पश्चक्रिया (reverse reaction) की गति के समान हो जाती है। ध्यान देने योग्य बात यह है कि अग्रक्रिया एवं पश्च क्रिया के वेग इस अवस्था में शून्य नहीं होते बल्कि समान होते हैं।

यदि उच्च ताप (५०० डिग्री सेल्सियस) पर किसी बंद प्रक्रिया पात्र में हाइड्रोजेन तथा आयोडीन को आण्विक अनुपात में साथ साथ रखा जाए, तो निम्नांकित क्रिया प्रारंभ होती है :

H2 + I2 --> 2HI

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Answered by ankugraveiens
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साम्यावस्था में CH_4 की सांद्राता , x = 5.85 \times 10^{-2} M

Explanation:

मान लेते है कि साम्यावस्था पर CH_4 की सांद्राता , x

दी हुई अभिक्रिया से ;    CO(g)        +     3H_2(g)   \rightleftharpoons    CH_4(g)      +      H_2O(g)

      साम्यावस्था पर     \frac{0.3}{1} = 0.3 M        \frac{0.1}{1} = 0.1 M        x                     \frac{0.02}{1} = 0.02 M

  इसलिए ,  K_C = \frac{[CH_4(g)][H_2O(g)]}{[CO(g)][H_2(g)]}   \Rightarrow  3.90 = \frac{x \times 0.02}{0.3 \times (o.1)^3}

          या  ,    x = \frac{3.90 \times 0.3 \times (o.1)^3}{0.02} = \frac{0.00117}{0.02} M  \Rightarrow  x = 0.0585 M = 5.85 \times 10^{-2} M

इसलिए , साम्यावस्था में CH_4 की सांद्राता , x = 5.85 \times 10^{-2} M

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