Chemistry, asked by cpathania4286, 10 months ago

N_2 एवं O_2 के मध्य निम्नलिखित अभिक्रिया होती है-
2N_2(g) + O_2(g) \rightleftharpoons 2N_2O(g)
यदि एक 10L के पात्र में 0.482 मोल N_2 एवं 0.933 मोल O_2 रखें जाएँ तथा एक ताप, जिसपर N_2O बनने दिया जाए तो साम्य मिश्रण का संघटन ज्ञात कीजिए K _c= 2.0 \times 10^{-37} l

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Answered by sakshisingh27
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Answer:

hii

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Explanation:

किसी रासायनिक अभिक्रिया के सन्दर्भ में रासायनिक साम्य (chemical equilibrium) उस अवस्था को कहते हैं जिसमें समय के साथ अभिकारकों एवं उत्पादों के सांद्रण में कोई परिवर्तन नहीं होता। प्रायः यह अवस्था तब आती है जब अग्र क्रिया (forward reaction) की गति पश्चक्रिया (reverse reaction) की गति के समान हो जाती है। ध्यान देने योग्य बात यह है कि अग्रक्रिया एवं पश्च क्रिया के वेग इस अवस्था में शून्य नहीं होते बल्कि समान होते हैं।

है :

H2 + I2 --> 2HI

Answered by ankugraveiens
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N_2O बनने पर  साम्य मिश्रण का संघटन , {[N_2O]^2}}= 6.6 \times 10^{-21} mol Lit^{-1}

Explanation:

                              2N_2(g)     +          O_2(g)         \rightleftharpoons             2N_2O(g)

-शुरुवाती मोल               a                         b                                 0

जब ( t =0 )

-साम्य पर मोल          (0.482 - 2x )        (0.933- x )                   2x

- साम्य पर सांद्रता       \left ( \frac{(0.482 - 2x )}{10} \right )          \left ( \frac{(0.933 - x )}{10} \right )                  N_2O = ?  

   

           अर्थात  ,      K_c = \frac{{[N_2O]^2}}{{[N_2]^2}[O_2]}}   ,   {[N_2O]^2}} = K_c \times {{[N_2]^2}[O_2]}}

             चुकि , यह x का मान  बहुत काम है |

इसलिए  ,    {[N_2O]^2}} = (2.0 \times10^{-37}) \times (0.0482)^2 \times (0.0933)= 6.6 \times 10^{-21} mol Lit^{-1}

       अतः  N_2O बनने पर  साम्य मिश्रण का संघटन , {[N_2O]^2}}= 6.6 \times 10^{-21} mol Lit^{-1}    

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