Hindi, asked by 0103harshitasingh, 6 months ago

दिल्ली में बढ़ते अपराधों के बारे में दो पुष्क्रु बुजुर्गों के बीच का संबंध likhiye​

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Answered by YuvrajBoora
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दो साल बाद आखिरकार एक बार फिर दिल्ली पुलिस आयुक्त मीडिया से रुबरु होंगे। हालांकि इससे पहले पूर्व सीपी आलोक वर्मा मीडिया से मुखातिब नहीं हुए और इसी बीच वे सीबीआई के निदेशक भी बन गए। उस दौरान कमिश्नर का मीडिया का सामना न करना बढ़ता अपराध और उस पर काबू न पाना बड़ा कारण था।

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कारण अब भी वही है, दिल्ली की सड़कों पर लगातार अपराध बढ़ रहा है और पुलिस हर मोर्चे पर नाकाम भी हो रही है। ऐसे में पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक के लिए आज होने वाली पीसी चुनौतियों से कम नहीं है, लेकिन जो वादे दिल्ली पुलिस आयुक्त ने राजधानी के लोगों से किया है, उन पर वो कितना खरा उतरे ये तो अपनी जुबान से बताएंगे, इन सवालों के जवाब शायद पुलिस आयुक्त के पास नहीं हैं।

गैंगवार पर पुलिस का कार्य शून्य : बाहरी दिल्ली के कुख्यात बदमाश नीरज बवानिया जेल में बंद है, उसका रंगदारी का धंधा बखूबी जारी है। इसके अलावा जाफराबाद, पूर्वी दिल्ली और साऊथ ईस्ट में संगठित रूप से लगातार अपराध कर रहे हैं। इस साल 37 गैंगवार की वारदातें हुईं, जिसमें 22 लोगों की हत्याएं सरेआम गोलियों से भून कर की गई।

सर्विलांस और टेक्नोलॉजी में पूरी तरह फेल

साइबर क्राइम या फिर ठगी जैसे बड़े मामले में पुलिस पूरी तरह से फेल है। दिल्ली में इस साल 272 हॉक्स कॉल आईं, जिसमें से 92 कॉल एयरपोर्ट से संबंधित थी। इसके बाद भी केवल 3 कॉलर ही पकड़े गए। यही नहीं दिल्ली पुलिस के पास अन्य राज्यों से ज्यादा संसाधन हैं उसके बावजूद जब थानों के कार्यों की रैंकिंग केंद्र सरकार द्वारा की गई तो राजधानी का एक भी थाना उसमें शमिल नहीं हो पाया।

डॉक स्पॉट आज तक खत्म नहीं

दिल्ली सरकार और पुलिस को रेप सहित आपराधिक वारदातों को रोकने के लिए डॉक स्पॉट खत्म करना बड़ी चुनौती है, लेकिन उसमें बीते पांच सालों में दिल्ली पुलिस कुछ खास नहीं कर सकी। मौजूदा समय में 178 डॉर्क प्वाईंट आज भी मौजूद हैं। भ्रष्टाचार और पुलिसकर्मियों के व्यवहार पर लगाम नहीं है, पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार की शिकायतें 3 गुना बढ़ गई और लगातार दावों के बाद भी उनका व्यवहार शालीन नहीं है।

जिंदल मर्डर केस अनसुलझा: छह-सात अक्तूबर 2017 की मध्य रात्रि को बुजुर्ग उर्मिला जिंदल, उनकी तीन बेटियां संगीता गुप्ता, नूपुर और अंजलि के अलावा गार्ड राकेश की हत्या कर दी गई थी।

12 दिसम्बर 2017- इस मामले में क्राइम ब्रांच ने गार्ड के बेटे अनुज कुमार, दामाद विकास, सन्नी, विकास उर्फ विक्की और नीरज को गिरफ्तार किया था। उनकी निशानदेही पर आरोपी नितिन और दीपक को भी गिरफ्तार कर लिया गया। सभी आरोपी पुलिस हिरासत में थे। इस बीच पुलिस हत्या में प्रयुक्त हथियार और लूटे गए गहनों की बरामदगी के लिए उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब में कई जगह छापेमारी कर चुकी है, लेकिन कुछ खास सफलता नहीं मिली।

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