दिल्ली और सिक्किम पर covid-19 .का प्रभाव पर निबंध
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कोरोना के कारण सिक्किम अक्टूबर तक पर्यटकों के लिए रहेगा बंदसिक्किम से चीन-नेपाल की सीमाएं लगती हैं, आबादी करीब 7 लाख
सिक्किम देश का इकलौता राज्य है जहां अभी तक एक भी Covid-19 पॉजिटिव केस रिपोर्ट नहीं हुआ है. सिक्किम ने ऐसे अनेक एहतियाती कदम उठाए जिन्होंने अभी तक राज्य में इस महामारी की दस्तक नहीं होने दी. देश भर में लॉकडाउन लागू होने से कई दिन पहले यानी 17 मार्च को ही सिक्किम में इसका ऐलान हो चुका था. सिक्किम ने इस साल अक्टूबर तक अपने को पर्यटकों के लिए बंद कर रखा है.
सिक्किम देश का ऐसा राज्य है जिसकी सीमाएं चीन और नेपाल से लगती हैं. इस पर्वतीय राज्य की आबादी करीब 7 लाख है. यहां कुछ पर्वतों को जिले का दर्जा हासिल है.
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सिक्किम के राज्यपाल गंगा प्रसाद से आजतक/इंडिया टुडे ने खास बात की. राज्यपाल ने बताया, सिक्किम के कुछ छात्र चीन में पढ़ रहे थे. उन सभी को जनवरी में वापस ले आया गया. इसके बाद सिक्किम को बाहर से हर किसी के लिए बंद कर दिया गया. देश में 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाया गया, लेकिन राज्य में उससे पहले ही 17 मार्च को लॉकडाउन का फैसला किया गया.
भारत की राजधानी दिल्ली में रह रहे हज़ारों ग़रीबों में से मोहम्मद आलम एक हैं. वो सरकार की ओर से मिलने वाले राशन के लिए लगने वाली कतार में खड़े हैं. अपने बच्चे को गोद में लिए मोहम्मद आलम सरकारी दाल-चावल मिलने के इंतज़ार में हैं.
जिस फ़ैक्ट्री में वो दैनिक मज़दूरी करते थे वो बंद हो गई है और उनकी आमदनी का ज़रिया भी ठप हो गया है. आने वाले वक़्त में आलम अपने परिवार का पेट कैसे भरेंगे इसकी चिंता उन्हें सता रही है. वो कहते हैं, ''मुझे नहीं पता मैं कैसे रहूंगा. परिवार का पेट भरने के लिए मुझे पैसे उधार लेने पड़ेंगे.''
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण उसी दिन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहती हैं कि ''कोई भी भूखा न रहे सरकार इसका प्रयास कर रही है.'' लेकिन जिन कतारों में आलम जैसे लोग खड़े हैं वो बहुत लंबी हैं और खाने की मात्रा पर्याप्त नहीं है.
कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से जिस वक़्त देश में लाखों लोग घरों में हैं और वो ऑनलाइन डिलिवरी सिस्टम का भरपूर फायदा उठा रहे हैं और घर बैठे मनचाही चीज़ें भी हासिल कर पा रहे हैं, उसी वक़्त देश में हज़ारों लोग सड़कों पर हैं और उनके सामने रोज़ीरोटी का संकट है.
उन्होंने कहा, छात्रों को तब तक क्वारनटीन में रखा गया जब तक उनके स्वस्थ होने के बारे में सुनिश्चित नहीं कर लिया गया. हम स्थानीय प्रशासन और केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. हम हम बाकी दुनिया के लिए मिसाल कायम कर रहे हैं.