दिन जल्दी जल्दी ढलता है कविता का भाव सौंदर्य तथा शिल्प सौंदर्य
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Explanation:
इस कविता में कवि ने व्यग्रता को व्यक्त किया है पति को अपने परिजनों से मिलने की इच्छा है इसलिए वह अपने परिजनों से मिलने के लिए जले जल्दी चलता है पक्षियों के पर्व पर आंख भर जाती है क्योंकि वह अपने बच्चों से मिलना चाहती है कभी अकेला है उसकी राह देखने के लिए कोई नहीं बैठा है इसमें उसके पैरों में कमी चिंता और व्याकुलता आ जाती है यहां कभी का मानना है कि जीवन में तीव्रता का कारण प्रेम है
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Answer:
इस काव्यांश की भाषा सरल, संगीतमयी व प्रवाहमयी है। इसमें दृश्य बिंब है।’जल्दी-जल्दी’ में पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार है।
Explanation:
इस कविता में कवि ने व्यग्रता को व्यक्त किया है पति को अपने परिजनों से मिलने की इच्छा है इसलिए वह अपने परिजनों से मिलने के लिए जले जल्दी चलता है पक्षियों के पर्व पर आंख भर जाती है क्योंकि वह अपने बच्चों से मिलना चाहती है कभी अकेला है उसकी राह देखने के लिए कोई नहीं बैठा है इसमें उसके पैरों में कमी चिंता और व्याकुलता आ जाती है यहां कभी का मानना है कि जीवन में तीव्रता का कारण प्रेम है