| थोङला के पहले के आखिरी गाँव पहुंचने पर भिखमंगे के वेश में होने के बावजूद लेखक को ठहरने के लिए उचित स्थान मिला जबकि दूसरी यात्रा के समय भद्र वेश भी उन्हें उचित स्थान
नहीं दिला सका। क्यों?
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उत्तर- इसका मुख्य कारण या संबंधो का महत्व । तिब्बत मे इस मार्ग पर यात्रियों के लिए एक-जैसी व्यवस्थाएँ नही थी । इसलिए वहाँ जान-पहचान के आधार पर ठहरने का उचित स्थान मिल जाता था।बिना जान-पहचान के यात्री को भटकना पड़ता था।। दूसरे, तिब्बत के लोग शाम छ: बजे के बाद छड: पीकर मस्त हो जाते थे। तब वे यात्रियों की सुविधा का ध्यान नही रखते थे।
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थोङ्ला के पहले के आखिरी गाँव पहुँचने पर लेखक भिखमंगे के वेश में होने के बाद भी ठहरने का स्थान पा गया क्योंकि उस समय उनके साथ बौद्ध भिक्षु सुमति थे। सुमति की उस गाँव में जान-पहचान थी। दूसरी यात्रा के समय लेखक भद्र वेश में था पर वह उस गाँव के लोगों के लिए अपरिचित था।
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