दुर्गम बर्फानी घाटी में, शत-सहस्त्र फुट ऊँचाई पर
अलख-नाभि से उठने वाले, निज के ही उम्मादक परिमल
के पीछे धावित हो होकर, तरल तरूण कस्तूरी मृग को
अपने पर चढ़ते देखा है, बादल को घिरते देखा है।
Answers
Explanation:
क) प्रथम सुख निरोगी काया
स्वास््य और ज वन, अस्वस्ि व्यक्तत की दशा, स्वास््य रक्षा के उपाय,।
ख) विद्याथी जीिि-आदर्ध जीिि
म त्वपूर्ा अवस्िा, भववष्ट्य का ननमाार्, अनुशासन, अध्ययन, कताव्य ननष्ट्ठा, उच्च आदशा,
ज वन का िक्ष्य।
ग) विद्यालय का िावषधक उत्सि
ववदयािय की सजावट, मुख्य अनतथि का स्वागत, साींस्कृनतक कायक्रा म, प्राचाया का प्रनतवेदन,
पाररतोवषक ववतरर्, अध्यक्ष य भाषर् |
बरखा गीत कविता में प्रयुक्त प्रतीकों को समझाइएइतिहास साक्षी है बहुत बार अकेले चने ने ही 4 बार थोड़ा है और थोड़ा है कि बार-बार में खिल खिल ही नहीं हो गया उसका निशान तक छूमंतर हो गया है नैना जान पाया कि बेचारा आखिर था कहां इसका हिंदी से संदर्भ प्रसंग सहित इस कविता में मारी के प्रति व्यक्त विचारों पर टिप्पणी लिखिएशंकर को किसके ईद-गिर्द घूमते हुए
1 point
भगाया गया था?*
O कॉफी हाउस
O O
गर्ल्स कॉलेज
O सिनेमाघर
गर्ल्स हॉस्टल घर में विधवा रही पतोहू लक्ष्मी कि यद्यपि पति कहां से पकड़ मंगाया कोतवाल दूर कुएं में मरीज 1 दिन के पैर की जूती जोर न सही एक दूसरी आती पर जवान लड़के की जो सुनकर सांप लोट लौटते फटती छातीl
Explanation:
तुम पाठ पढ़ते हो
Yहमें मित्रों की सहायता करनी चाहिये। -- वयं मित्राणां सहायतां कुर्याम ।
विवेक आज घर जायेगा। -- विवेकः अद्य गृहं गमिष्यसि ।
सदाचार से विश्वास बढता है। -- सदाचारेण विश्वासं वर्धते ।
वह क्यों लज्जित होता है? -- सः किमर्थम्लज्जते ?
हम दोनों ने आज चलचित्र देखा। -- आवां अद्य चलचित्रम् अपश्याव।
हम दोनों कक्षा में अपना पाठ पढ़ेंगे। -- आवां कक्षायाम् स्व पाठम पठिष्यावः ।
वह घर गई। -- सा गृहं अगच्छ्त्।
सन्तोष उत्तम सुख है। -- संतोषः उत्तमं सुखः अस्ति ।
पेड़ से पत्ते गिरते है। -- वृक्षात् पत्राणि पतन्ति ।
मै वाराणसी जाऊंगा। -- अहं वाराणासीं गमिष्यामि ।
मुझे घर जाना चाहिये। -- अहं गृहं गच्छेयम् ।
यह राम की किताब है। -- इदं रामस्य पुस्तकम् अस्ति ।
हम सब पढ़ते हैं। -- वयं पठामः ।
सभी छात्र पत्र लिखेंगे। -- सर्वे छात्राः पत्रं लिखिष्यन्ति ।