History, asked by anshikagarg24, 1 year ago

दादुर टर-टर करते , झिल्ली बजती झन-झन ।
म्यांउ-म्यांउ रे मोर, पीऊ _पीऊ चातक के गण !
उड़ते सोन बलाक आर्द्र सुख से कर क्रन्दन ,
घुमड़-घुमड़ घिर मेघ गगन में करते गर्जन |
क) इस कविता के कवि का नाम बताएँ ?
ख) शब्दार्थ बताएँ --- बलाक , दादुर
ग) मेघ गगन में क्या और कैसे करते हैं ?​

Answers

Answered by zebahaniya2
3

Answer:

1)sumitranandhan panth

Similar questions