दिवाली त्योहार में फोड़े गए पटाखों के कारण वातावरण में बढ़े प्रदूषण पर चर्चा करते हुए एक छात्र और छात्रा के बीच हुए संवाद को 30-40 शब्दों में लिखिए ।
PLEASE GUYS ANSWER ME FAST
Answers
Answer:
दिवाली उत्सव का समय होता है, यह वह समय होता है जब हम अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलते हैं। इस पर्व पर चारो ओर मनोरंजन और प्रेम का माहौल होता है। लेकिन इन खुशियों के बीच एक बहुत ही महत्वपूर्ण बात भूल जाते हैं कि उत्सव के नाम पर अंधाधुंध पटाखे जलाना हमारी माँ तुल्य प्रकृति के लिए कई गंभीर समस्याएं उत्पन्न करता है। यही कारण है कि दिवाली के दौरान और इसके पश्चात प्रदूषण का स्तर कई गुना बढ़ जाता है।
ANSWER:-
दिवाली का त्यौहार अत्यंत प्रिय त्यौहार होता है। दिवाली त्योहार के दौरान हम अपने घरों को अनेक प्रकार की लाइटों से सजाते हैं। यह त्योहार काफी प्रसन्नता पूर्वक मनाया जाता है।
लेकिन इसी बीच हम कई प्रकार के बातों का ध्यान नहीं रखते। जैसे कि अत्यंत पटाखों और फूल झाड़ियों का इस्तेमाल करना हमारे वातावरण को प्रदूषित करता है जिसके कारण अनेक प्रकार की बीमारियां उत्पन्न होती है। दिवाली के त्यौहार के दौरान वायु प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा बढ़ जाता है। इस प्रदूषण से
जादे उम्र वाले को सांस लेने में दिक्कत होती है। अतः हमें दिवाली के पवित्र त्यौहार पर पटाखों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।