“दीवानों की हस्ती” कविता में कवि ने दीवानों की क्या विशेषता बताई है ?
Answers
Answered by
24
Answer:
कवि कहते हैं कि हम अपनी मस्त-मौला आदत के अनुसार जहाँ भी गए, प्रसन्नता से धूल उड़ाते चले, मौज मजा करते चले। हम दीवानों की हस्ती कुछ ऐसी ही होती है हम जहाँ भी जाते है अपने ढंग से जीते है अपने ढंग से ही चलते-चलते है । ... इस कविता में कवि ने मस्त-मौला और फक्कड़ स्वभाव का वर्णन किया है।
Explanation:
HOPE IT IS HELPFUL
STAY HEALTHY
STAY HAPPY
STAY SAFE
Answered by
16
इसमें कवि कहते हैं कि उनका स्वभाव मस्त-मौला है, वह एक स्थान पर टिके नहीं रहते। वे जहाँ भी जाते हैं, चारों तरफ खुशियाँ फैल जाती है। कवि जहाँ धूल उड़ाते हुए जाते है वही चारों तरफ प्रसन्नता का माहौल हो जाता है।
Hope It's Help.
Please Mark Me As Brainliest.
Similar questions