द्वि निषेचन किसे कहते हैं? व्याख्या कीजिए।
Answers
Answered by
13
➲ द्विनिषेचन से तात्पर्य उस निषेचन क्रिया से है जब निषेचन की क्रिया में नर युग्मक का अंडकोष से मिलन होकर द्विगुणित युग्मनज बनता है तथा द्विगुणित केंद्रक का नर युग्मक से संलयन होता है, यह क्रिया द्विनिषेचन कहलाती है। द्विनिषेचन आवृत बीजी पौधों में होने वाली एक जटिल निषेचन क्रिया है। जब किसी आवृतबीजी पौधे में पराग नलिका भ्रूण कोष के अंदर पहुंचती है तब उसमें मौजूद नर युग्मक बाहर निकलकर नर युग्मक अंडकोष से संलयन हो जाते हैं और इस प्रक्रिया के फलस्वपरूप युग्मनज बनता है। इन्हीं में से दूसरा नर युग्मक दूसरे केंद्रक से संलयन करता है।
◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌
Similar questions