दिव्यात्मा का समास विग्रह है
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दिव्यात्मा का समास विग्रह :-
दिव्य है आत्मा जिसकी
(कर्मधारय समास)
अतिरिक्त जानकारी:-
जिसका पहला पद विशेषण और दूसरा पद विशेष्य (प्राय: संज्ञा) अथवा एक पद उपमान तथा दूसरा पद उपमेय हो तो, वह 'कर्मधारय समास' कहलाता है। कर्मधारय समास का विग्रह करने पर आमतौर पर दो पदों के बीच है जिसका या के समान होता है। उदाहरण :- विशेषण–विशेष्य : नीलकमल – नीला है जो कमल। इस पद में नीला विशेषण है और कमल विशेष्य है।
आशा है कि इससे सहायता मिलेगी।
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